राजनांदगांव। स्कूलों में शिक्षकों की पर्याप्त पोस्टिंग को लेकर राज्य शासन द्वारा युक्तियुक्तकरण के लिए आज से काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इधर काउंसलिंग के पहले ही दिन शिक्षक नेताओं का विरोध भी शुरू हो गया है। सोमवार को राजनांदगांव के स्थानीय बल्देवप्रसाद मिश्र स्कूल में काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान एक शिक्षक नेता के विरोध करने पर पुलिस उक्त शिक्षक नेता को थाने ले गई। ऐसे में शिक्षक नेताओं के विरोध का क्रम भी शुरू हो गया है।

कड़ी सुरक्षा के बीच हो रही काउंसलिंग

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कड़ी सुरक्षा के बीच पहले दिन सोमवार को प्राथमिक स्कूलों के 260 अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग के जरिये गांवों के स्कूलों मे पोस्टिंग की प्रक्रिया चल रही है। वहीं कल 3 जून को 150 शिक्षकों की पदस्थापना होगी। इस युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के लिए प्रशासन ने अपर कलेक्टर प्रेमप्रकाश शर्मा को प्रभारी नियुक्त किया है।

काउंसलिंग के तत्काल बाद शिक्षकों को पदस्थापना आदेश दिए जाएंगे। जिले के कई स्कूल पिछले लंबे समय से शिक्षकविहीन और एकल शिक्षकीय चल रहे हैं। काउंसलिंग में इन्हीं स्कूलों में अतिशेष शिक्षकों की पोस्टिंग की जाएगी। इसके साथ ही अत्याधिक दर्ज संख्या वाले सरकारी स्कूलों में शिक्षकों को पदस्थ किया जाएगा। काउंसलिंग के आधा घंटे पहले ही पदों को डिस्पले किया जाएगा।

विरोध किया तो पुलिस ले गई थाने

मिली जानकारी के अनुसार काउंसलिंग के पहले ही दिन सोमवार को शिक्षक नेता सुशील शर्मा द्वारा बल्देवप्रसाद मिश्र स्कूल के सामने काउंसलिंग प्रक्रिया को लेकर विरोध किया गया। इसकी सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर उक्त शिक्षक नेता सुशील शर्मा को थाना ले गई।

सूत्रों का कहना है कि काउंसलिंग प्रक्रिया में दो साल के भीतर सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके उपरांत महिला शिक्षकों को वरिष्ठता के आधार पर पदस्थापना का मौका दिया जाएगा। तीसरे क्रम में संकुल समन्वयक और चौथे क्रम में मान्यता प्राप्त फेडरेशन के अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष को काउंसलिंग में मौका दिया जाएगा। इसके बाद पुरूष शिक्षकों की वरिष्ठता के आधार पर पदस्थापना की जाएगी।

त्रुटियों के विरोध में किया जा रहा प्रदर्शन – वर्मा

छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के राजनांदगांव जिलाध्यक्ष गोपी वर्मा का कहना है कि आज से प्रदेशभर में युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया लगभग चालू हो चुकी है। प्रदेश में शिक्षकों का 23 संगठनों का एक साझा मंच बनाया गया है। उस मंच के माध्यम से शासन द्वारा जो एकीकरण की प्रक्रिया अपनाई गई है, उस प्रक्रिया में बहुत सारी गंभीर त्रुटियां है। उन त्रुटियों को लेकर हम लोग एक प्रकार के सांकेतिक रूप से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे पहले यह जो साझा मंच है, चार बिंदुओं को लेकर एक मोर्चा का गठन किया गया है जिसमें युक्तिकरण का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि छत्तीसगढ़ के जितने भी प्राइमरी स्कूल है, उसमें एक-एक पद की कटौती किया गया है। माध्यमिक शालाओं में एक-एक पद की कटौती किया गया है, वैसे ही लेक्चरों की भी कटौती की गई है। उन्होंने कहा कि 6 क्लास को दो टीचर कैसे पढ़ाएंगे? यह बड़ा विषय है।