टीआरपी डेस्क। छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच गुरुवार को एक भीषण मुठभेड़ हुई। यह झड़प नेशनल पार्क के जंगलों में हुई, जहां एक वरिष्ठ नक्सली कमांडर को मार गिराया गया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मारा गया नक्सली तेलंगाना स्टेट कमेटी का सदस्य बताया जा रहा है। घटनास्थल से ऑटोमैटिक हथियार भी बरामद किए गए हैं।

हालांकि अब तक इस मुठभेड़ की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़ सकती है।
21 मई को नक्सल चीफ बशव राजू हुआ था ढेर
इस मुठभेड़ से पहले, 21 मई को सुरक्षाबलों ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए नक्सल चीफ नम्बाला केशव राव उर्फ बशव राजू को मार गिराया था। एक करोड़ के इनामी बशव राजू पूरे देश में नक्सली नेटवर्क का संचालन करता था।
बस्तर के अबूझमाड़ इलाके में हुई उस मुठभेड़ में कुल 30 नक्सली मारे गए थे, जिनमें कई सेंट्रल कमेटी के सदस्य भी शामिल थे। इस ऑपरेशन में एक जवान घायल हुआ था जबकि एक पुलिस सहयोगी शहीद हुआ।
50 घंटे चला ऑपरेशन: गृहमंत्री ने दी जानकारी
छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने जानकारी दी कि यह ऑपरेशन नारायणपुर और बीजापुर की सीमा पर चला। कुल मिलाकर 50 घंटे तक सर्च ऑपरेशन चला, जिसमें सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को चारों ओर से घेर लिया।
गृहमंत्री ने बताया कि मुठभेड़ अब खत्म हो चुकी है, केवल इलाके में सर्चिंग जारी है। उन्होंने कहा कि एक जवान घायल है लेकिन स्थिति खतरे से बाहर है। वहीं, मुठभेड़ में पुलिस बल का एक सहयोगी शहीद हुआ है। उन्होंने सुरक्षाबलों की बहादुरी की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी।
नारायणपुर, बीजापुर और दंतेवाड़ा के डीआरजी जवानों की भागीदारी
मुठभेड़ में नारायणपुर, बीजापुर और दंतेवाड़ा ज़िलों के डीआरजी जवान शामिल थे। उन्होंने माड़ क्षेत्र के गहरे जंगलों में नक्सली नेटवर्क को घेरा और सफल कार्रवाई को अंजाम दिया।
सीएम साय का बयान: अब सरेंडर की अपील की आवश्यकता नहीं
इस सफलता पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, तीन दिन से ऑपरेशन चल रहा था। जैसे-जैसे सर्चिंग पूरी होगी, आंकड़े स्पष्ट होंगे। हमने पहले ही सरेंडर की अपील की थी, अब जरूरत नहीं बची है।