0 रिकॉर्ड में सुधार के लिए पटवारी ने जमीन मालिक को किया परेशान

रायपुर। एंटी करप्शन ब्यूरो ने रिश्वतखोर शासकीय कर्मियों के खिलाफ एक बार फिर अभियान शुरू किया है। इसी कड़ी में ACB की अलग-अलग टीमों ने एक लिपिक और पटवारी को पीड़ितों से रूपये लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
पहला मामला राजधानी रायपुर का है, जहां प्रार्थी प्रकाश सिंह ठाकुर, लखौली, जिला-रायपुर द्वारा एन्टी करप्शन ब्यूरो, रायपुर में शिकायत की गई थी कि वह पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से उ.श्रे.लि. वर्ग-1 के पद से सेवानिवृत्त हुआ है, जिसकी पेंशन/ग्रेच्युटी रूकने के चलते वह बाबू (उ.श्रे.लि. वर्ग-2) दीपक शर्मा से मिला, जिसने पेंशन/ग्रेज्युटी जारी करवाने केे एवज् में 30,000 रू. रिश्वत की मांग रख दी। प्रार्थी ने रिश्वत देने की बजाय सीधे इसकी शिकायत ACB में कर दी, जहां शिकायत के सत्यापन के बाद आज ट्रेप आयोजित कर प्रार्थी प्रकाश सिंह से बाबू दीपक शर्मा को 30,000 रू. रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया।

इस दौरान सभी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 (संशोधित अधिनियम 2018) के प्रावधानों के तहत् कार्यवाही की गई।
मुंगेली में रिश्वत लेते पटवारी गिरफ्तार

इसी तरह टोप सिंह अनुरागी, निवासी नगर पंचायत बोदरी, जिला बिलासपुर द्वारा एन्टी करप्शन ब्यूरो, बिलासपुर में शिकायत की गई थी कि उसके तथा उसके भाई और बहनों के नाम पर ग्राम केसलीकला, जिला मुंगेली में जमीन है, जिसके रिकॉर्ड में उसका नाम टोप सिंह की जगह तोप सिंह लेख हो गया है तथा बहन के नाम के आगे ’पिता के नाम’ की जगह ’पति’ शब्द लेख हो गया है, जिसे सुधार कराने, जमीन का नक्शा, खसरा, बी-वन प्राप्त करने के लिए वह केसलीकला पटवारी उत्तम कुर्रे से मिला, जिसने सभी काम करा देने के एवज में 25,000 रू. रिश्वत की मांग की। प्रार्थी टोप सिंह रिश्वत नहीं देना चाहता था बल्कि आरोपी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। शिकायत के सत्यापन पश्चात ट्रेप आयोजित कर टोप सिंह से पटवारी उत्तम कुर्रे को 25,000 रू. रिश्वत लेते रंगे हाथो पकड़ा गया। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 (संशोधित अधिनियम 2018) के प्रावधानों के तहत् कार्यवाही की जा रही है।