रायपुर। छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की बड़ी कार्रवाई के बाद प्रदेश में सियासी तनाव और बढ़ गया है। ईडी ने सुकमा स्थित कांग्रेस पार्टी कार्यालय को अटैच कर लिया है, जिसके विरोध में कांग्रेस ने शनिवार को प्रदेशभर में भाजपा और ईडी के खिलाफ पुतला दहन किया। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया।
इस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, कांग्रेस ने पांच साल सिर्फ भ्रष्टाचार किया, अब जब जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं तो इन्हें तकलीफ हो रही है। जो दोषी होंगे, उनके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई जरूर होगी। न्यायालय का रास्ता खुला है, लेकिन विपक्ष में होने का मतलब यह नहीं कि भ्रष्टाचार पर पर्दा डाला जाए।
चरण पादुका योजना की वापसी
सीएम साय ने इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी का भी जिक्र किया और कहा कि हमारी सरकार मोदी की गारंटी पर खरा उतर रही है। तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए चरण पादुका योजना को फिर से शुरू किया जा रहा है, जो कांग्रेस सरकार में बंद कर दी गई थी। उन्होंने बताया कि जंगलों में तेंदूपत्ता तोड़ने जाने वाले गरीब श्रमिकों के पास अक्सर जूते-चप्पल नहीं होते, जिससे वे दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। अब उन्हें सुरक्षा देने के लिए यह योजना फिर से लागू की जा रही है।
कांग्रेस भवन और लखमा के ठिकानों पर ईडी की कार्रवाई
शराब घोटाले की जांच के तहत ईडी ने सुकमा में कांग्रेस पार्टी कार्यालय और पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के बेटे हरीश कवासी के मकान को अटैच किया है। जांच में सामने आया कि सुकमा का कांग्रेस भवन शराब घोटाले की रकम से तैयार हुआ था। इसके साथ ही रायपुर में कवासी लखमा के निवास को भी ईडी ने अटैच किया है।
सूत्रों के अनुसार, देश में यह पहला मौका है जब किसी राजनीतिक दल के कार्यालय को ईडी ने जब्त किया है।