भिलाई। दुर्ग ज़िले में एक दर्दनाक घटना सामने आयी है, यहां एक युवक ने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान हरविंदर सिंह उर्फ सनी (32) के रूप में की गई है, जो एक मार्केटिंग कंपनी में कार्यरत था। परिजनों का कहना है कि हनी ट्रैप और ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर युवक ने यह कदम उठाया है।

मानसिक तनाव में था युवक

वैशाली नगर निवासी हरविंदर सिंह ने कल रात सुपेला के पास सामने से आ रही ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। परिवारजनों ने बताया कि हरविंदर एक सप्ताह से मानसिक तनाव में था। उसको अज्ञात लोगों ने पहले वीडियो चैटिंग पर बुलाकर आपत्तिजनक वीडियो बनाया, फिर उसी वीडियो के नाम पर ब्लैकमेल किया।

बार-बार पैसा ट्रांसफर करने का था दबाव

आरोपियों ने हरविंदर पर बार- बार पैसा ट्रांसफर करने का दबाव बनाया, जिसके चलते उसने कई बार रुपये भी उनके खाते में डाल दिए। परिजन ने हरविंदर का मोबाईल चेक किया तो पाया किया उसके साथ उसकी अनजाने नंबरों से बातचीत हुई थी, इस दौरान महिलाओं ने भी उसे ब्लैकमेल किया है।

पुलिस में आवेदन भी दिया, मगर…

हरविंदर ने पूर्व में पुलिस स्टेशन में एक आवेदन भी दिया था, मगर पुलिस कोई कार्रवाई करती, इससे पहले ही उसने आत्महत्या कर ली। परिजनों का कहना है कि हरविंदर मानसिक रूप से बेहद तनाव में था, जिसके चलते उसने सुपेला स्थित अंडरब्रिज पर पहुंचकर रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या जैसा दर्दनाक कदम उठा लिया।

पुलिस ने मामला किया दर्ज

दुर्ग पुलिस ने इस घटना को लेकर मामला दर्ज किया है, साथ ही हर पहलू की जांच शुरू कर दी है। एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि यह घटना संदिग्ध है, पुलिस हर एंगल पर जांच कर रही है, साथ ही आरोपियों की पहचान करना भी पुलिस की पहली प्राथमिकता है, ताकि उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।

एक दिन पहले ही चांपा पुलिस ने की थी कार्रवाई

बता दें कि एक दिन पूर्व ऐसा ही एक मामला चांपा में सामने आया था, जहां कुछ लोगों ने मिलकर एक युवती के जरिये युवक को हनी ट्रैप में फंसाया और उसकी तस्वीरें लेकर ब्लैकमेल शुरू कर दिया। युवक को एक मकान में बंधक बनाकर उसके परिजनों से 17 लाख रूपये की मांग की गई। चूंकि गिरोह स्थानीय था इसलिए मोबाइल नंबर से लोकेशन ट्रेस कर युवक को छुड़ाया गया और एक युवती समेत दो लोगों को पकड़ लिया गया। इस घटना से पता चलता है कि स्थानीय आपराधिक तत्वों ने आये दिन हो रही हनी ट्रैप की घटनाओं से प्रेरित होकर खुद भी इस तरह की वारदातें शुरू कर दी हैं। बहरहाल इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए अनजान वीडियो कॉल को नहीं उठाने और अगर कोई हनी ट्रैप के जरिये ब्लैकमेल करता है तो इसकी शिकायत तत्काल साइबर सेल से करने का सुझाव पुलिस विभाग ने दिया है।