गरियाबंद। जिले में चावल ऊत्सव के तहत तीन महीने के राशन का वितरण एक साथ किया जाना था। जिस योजना से जनता को राहत मिलनी थी वही योजना जनता की परेशानी का कारण बन गई। जिले की कई उचित मूल्य की दुकानों के बाहर सोमवार को सैकड़ों उपभोक्ता राशन लेने के लिए इकट्ठा हो गए, जिससे भारी भीड़ और अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गई।

जमीन पर गिरकर घायल हुए लोग

जनता सुबह से ही लोग लंबी कतारों में खड़े होकर दुकान खुलने का इंतजार कर रहे थी। कई घंटों तक गेट नहीं खुला, जिससे नाराज लोगों ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी और गेट तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश की। इसी अफरातफरी में भगदड़ मच गई, जिसमें कई महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे जमीन पर गिरकर घायल हो गएस्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने इतनी बड़ी संख्या में राशन वितरण के लिए कोई पर्याप्त व्यवस्था नहीं की थी, न तो सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे और न ही भीड़ प्रबंधन की योजना।

खाद्य विभाग ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और आश्वासन दिया है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों, इसके लिए जरूरी सुधार किए जाएंगे। खाद्य अधिकारियों को मौके पर ही उपभोक्ताओं की नाराजगी झेलनी पड़ी। हालांकि, अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि जल्द ही वितरण व्यवस्था में सुधार किया जाएगा और आमजन को राहत मिलेगी।

खाद्य अधिकारी ने राशन विक्रेताओं को निर्देश दिए हैं कि वितरण कार्य को प्राथमिकता के आधार पर जल्द से जल्द पूरा किया जाए। विभाग ने यह भी कहा है कि कार्यों के सरलीकरण और पारदर्शिता के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।