रायगढ़। ज़िले के तमनार ब्लॉक के सराईपाली में नवदुर्गा फ्यूल पावर लिमिटेड के खिलाफ राजस्व विभाग की जांच में खुलासा हुआ है कि कंपनी ने ग्राम पंचायत सराईपाली की कोटवारी जमीन पर 20 साल से अवैध कब्जा जमा रखा था। करीब 23 एकड़ सरकारी जमीन पर कंपनी का कब्जा फर्जी तरीके से किया गया था, जिसकी पुष्टि के बाद विभाग ने कंपनी को 15 दिन के भीतर जमीन खाली करने का अल्टीमेटम दिया है

कोटवारी भूमि पर किया था कब्ज़ा

विभाग के मुताबिक पिछले कुछ महीनों से राजस्व विभाग को इस जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायतें मिल रही थीं। जांच के बाद पता चला कि नवदुर्गा फ्यूल पावर लिमिटेड ने सरकारी कोटवारी भूमि को अपने प्लांट के लिए कब्जा कर लिया था। दस्तावेजों में गड़बड़ी कर जमीन पर अधिकार जताया गया, जो अब उजागर हो गया है।

दो दशक से सरकारी जमीन पर चल रहा प्लांट

जांच में यह भी सामने आया कि फर्जी कागजात और मिलीभगत से इस जमीन पर अवैध कब्जा किया गया था। 20 साल तक प्लांट इसी जमीन पर संचालित होता रहा, लेकिन अब राजस्व विभाग ने इस साजिश का खुलासा कर दिया है।

क्या जमीन होगी कब्जामुक्त..?

राजस्व विभाग ने कंपनी को 15 दिन का नोटिस जारी कर जमीन को खाली करने के निर्देश दिए हैं। अगर तय समय पर जमीन खाली नहीं की गई, तो प्रशासन खुद कार्रवाई करते हुए जमीन को मुक्त कराएगा और कंपनी पर कानूनी कार्रवाई भी होगी। हालांकि इस तरह के मामले का निपटारा जल्दी होने की बजाय अदलती लड़ाई में लम्बा समय खिंच जाता है।

इस मामले में खुलासे और नोटिस की कार्रवाई की खबर के बाद ग्राम सराईपाली और आसपास के ग्रामीणों में खुशी की लहर है। लोगों ने प्रशासन का आभार जताते हुए कहा कि कई वर्षों से इस जमीन पर कब्जा करके रखा गया था, जिसे अब मुक्त कराने का निर्णय लिया गया है।