रायपुर। ओला-उबर की तर्ज पर बाइक बोट स्कीम चलाने का झांसा देकर देशभर में करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय ठग गिरोह के 3 मुख्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार तानों आरोपी संजय भाटी (51 वर्ष), करणपाल सिंह (57 वर्ष) और राजेश भारद्वाज (58 वर्ष) उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं। वर्ष 2019 में सिविल लाइन थाने में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई गई थी जिसके तहत पुलिस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है।

आरोपियों ने वर्ष 2017 में मेसर्स गर्विट इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड नाम की कंपनी बनाकर बाइक बोट स्कीम शुरू की थी। स्कीम के अंतर्गत निवेशकों से एक बाइक पर ₹62,100 जमा करवा कर हर महीने ₹9,765 का रिटर्न देने का वादा किया था। स्कीम के झांसे में आकर देशभर के हजारों लोगों ने निवेश किया, लेकिन बाद में उन्हें ठगी का शिकार होना पड़ा।

देशभर में दर्ज हैं 200 से ज्यादा मामले

आरोपियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश में 150, राजस्थान में 50, मध्यप्रदेश में 6 सहित देश के कई राज्यों जैसे गुजरात, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश में कुल 200 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके अलावा मुख्य आरोपी संजय भाटी के खिलाफ एनआई एक्ट की धारा 138 के तहत हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तरप्रदेश में 1,500 से ज्यादा मामले दर्ज हैं।

2800 करोड़ से अधिक की गई ठगी

जांच कै बाद पुलिस ने खुलासा किया है कि इस गिरोह ने लगभग 2800 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने देशभर में दर्ज कई मामलों के चलते आरोपियों की संपत्तियों को अटैच भी कर लिया है।

रायपुर में 2019 से दर्ज था केस

वर्ष 2019 में अखिल कुमार बिसोई नामक व्यक्ति ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि आरोपी गिरोह ने उससे ‘बाइक बोट स्कीम’ में निवेश कराकर धोखाधड़ी की है। प्रार्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के जनपद गौतमबुद्ध नगर स्थित ग्राम चीती की कंपनी मेसर्स गर्विट इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के डायरेक्टर और मालिक संजय भाटी, सचिन भाटी समेत कई अन्य लोगों ने ओला की तर्ज पर ‘बाइक बोट स्कीम’ के तहत प्रति बाइक ₹62,100 रुपए निवेश कराने के बदले, हर माह ₹9,765 रुपये का लाभ देने का झांसा देकर उनसे और कई अन्य निवेशकों से करोड़ों की ठगी की है। शिकायत के आधार पर धारा 420, 406, 34 भादवि. के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया था।

मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और नगर पुलिस अधीक्षक के पर्यवेक्षण में, थाना प्रभारी सिविल लाइन के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर गौतमबुद्ध नगर (उ.प्र.) रवाना की गई थी। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी संजय भाटी, राजेश भारद्वाज और करणपाल सिंह वर्तमान में केंद्रीय कारागार भरतपुर (राजस्थान) में निरुद्ध हैं। जिसके बाद रायपुर पुलिस ने संबंधित न्यायालय से प्रोडक्शन वारंट प्राप्त कर आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है।