टीआरपी डेस्क। जिले में स्थित एक आलीशान बंगले का वीडियो जब इंस्टाग्राम पर वायरल हुआ, तो उसे ‘गोल्डन होम’ के नाम से पहचान मिलने लगी। वीडियो को 23 लाख से अधिक बार देखा गया और इसकी भव्यता ने सभी को चौंका दिया। मगर वायरल होते ही यह वीडियो विवादों में भी घिर गया। वीडियो बनाने वाले सोशल मीडिया क्रिएटर प्रियम सारस्वत को अब कानूनी नोटिस का सामना करना पड़ा है।

दरअसल, यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब वीडियो में बंगले के मालिक अनूप अग्रवाल और उनकी पत्नी खुद घर की खूबियां बताते हुए नजर आए। वीडियो में दावा किया गया कि घर के दरवाजों, वॉश बेसिन, और बिजली के सॉकेट तक में असली 24 कैरेट सोना लगा है। क्रिएटर ने यह दावा भी किया कि पूरे घर में फर्नीचर से लेकर अन्य चीजें सोने की बनी हुई हैं।

लेकिन वायरल वीडियो के बाद अनूप अग्रवाल ने इस कंटेंट को भ्रामक और सनसनी फैलाने वाला बताते हुए कानूनी आपत्ति जताई। उन्होंने प्रियम सारस्वत को लीगल नोटिस भेजा और वीडियो को हटाने की मांग की। अग्रवाल का कहना है कि वीडियो में किए गए दावे सच्चाई से परे हैं दरअसल, घर में उपयोग की गई वस्तुएं गोल्ड प्लेटेड हैं, न कि पूरी तरह असली सोने की। केवल कुछ सजावटी वस्तुएं ही सोने की परत से युक्त हैं।

नतीजतन, प्रियम सारस्वत ने वीडियो को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से हटा दिया और एक सफाई पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि वीडियो में दर्शाई गई चीजें पूरी तरह से 24 कैरेट गोल्ड की नहीं थीं, जैसा दर्शाया गया।

वीडियो में क्या था खास?

वीडियो की शुरुआत क्रिएटर द्वारा घर के मालिक से बंगला दिखाने की अनुमति मांगने से होती है। दर्शकों को सबसे पहले एक गौशाला दिखाई देती है, जिसमें दो गाय बंधी हुई हैं। इसके बाद कैमरा घूमता है मालिक की लग्जरी कार कलेक्शन की ओर, जिसमें 1936 की विंटेज मर्सिडीज, डिफेंडर, वोल्वो ईवी, BMW X7 और रेंज रोवर जैसी महंगी गाड़ियां शामिल हैं।

बंगले के अंदर घुसते ही 10 बेडरूम वाला यह भव्य घर और भी हैरान कर देने वाला नजर आता है। क्रिएटर, दीवारों और अन्य इंटीरियर की चमक देखकर पूछते हैं यह तो बहुत सारा सोना है! इस पर गृहस्वामी मुस्कुराते हुए कहते हैं हां, यह असली 24 कैरेट गोल्ड है।

मकान मालिक का सफर भी प्रेरणादायक

अनूप अग्रवाल ने वीडियो में बताया था कि कभी उनका परिवार केवल एक पेट्रोल पंप के सहारे चलता था। लेकिन उन्होंने सरकारी ठेकेदारी शुरू की और अब वह सड़क, पुल और सरकारी इमारतों का निर्माण करते हैं। उनके अनुसार, अब वह एक 300 कमरों वाले होटल का निर्माण भी करवा रहे हैं।

विवाद ने खड़ा किया बड़ा सवाल

यह विवाद सोशल मीडिया की जिम्मेदारी और तथ्यों की पुष्टि की अहमियत पर एक बार फिर सवाल खड़ा करता है। वायरल होने की होड़ में भ्रामक जानकारियों को प्रचारित करना, न केवल दर्शकों को गुमराह करता है बल्कि कानूनी पचड़े में भी डाल सकता है।