रायपुर। कवर्धा कलेक्टर गोपाल वर्मा द्वारा लेटलतीफ कर्मचारियों को कान पकड़कर उठक-बैठक कराने का मामला अब शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले में कर्मचारी फेडरेशन ने कलेक्टर के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। इसके तहत प्रदेशभर के जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन करने और कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की घोषणा की गई है।

लेट आने वाले कर्मियों को दी थी सजा

कबीरधाम कलेक्टर गोपाल वर्मा ने बीते दिनों कार्यालय खुलने के समय सरकारी कार्यालय और संस्थाओं का औचक निरीक्षण किया था। इसी क्रम में वह सुबह 10 बजे जिला पंचायत कार्यालय पहुंचे थे। यहां कार्यालय के मेन गेट पर कलेक्टर हाजिरी रजिस्टर लेकर बैठ गए थे। देर से आने वाले कर्मचारियों को गेट पर ही रोक दिया। यहां उन्होंने कर्मचारियों को कान पड़कर उठक-बैठक लगवाया और माफी मंगवाई। जिसका वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जमकर वायरल हुआ। इस दौरान कलेक्टर ने देर से कार्यालय पहुंचने वाले 42 कर्मचारियों को नोटिस भी जारी किया था।

कर्मचारियों में आक्रोश

कर्मचारियों से कान पकड़वाने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होते ही पूरे प्रदेश में कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त हो गया। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने मोर्चा खोल दिया है। फेडरेशन के प्रांतीय प्रवक्ता जीआर चंद्रा और प्रदेश संगठन मंत्री रोहित तिवारी ने कहा कि वायरल वीडियो में भी कर्मचारी रेनकोट पहने और बारिश से तरबतर दिखाई दे रहे है। ऐसे में जिला पंचायत परिसर में कान पकड़ कर उठक बैठक करवाना अमानवीय, अशोभनीय और गरिमा के विपरीत है।

सोमवार को करेंगे प्रदर्शन

फेडरेशन के संगठन मंत्री रोहित तिवारी ने कहा कि कलेक्टर चाहते तो शो कॉज नोटिस के अलावा एक दिन के वेतन काटने की कार्यवाही भी कर सकते थे। कलेक्टर ने नियमों के विपरीत कार्यवाही की है। जिसके चलते फेडरेशन के सभी 140 संगठन सोमवार 7 जुलाई को सभी जिला मुख्यालय में भोजन अवकाश के बाद कबीरधाम कलेक्टर के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। साथ ही उन पर कार्यवाही के लिए जिला मुख्यालय में सीएम, राजस्व मंत्री व मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन सौंपेंगे।