BRICS: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार, 6 जुलाई को ब्राजील के रियो डी जनेरियो में 17वें BRICS सम्मेलन में हिस्सा लिया और मंच से साफ संदेश दिया आतंकवाद पर अब दोहरे मापदंड नहीं चलेंगे। उन्होंने कहा, पहलगाम में हुआ आतंकी हमला केवल भारत पर नहीं, बल्कि पूरी मानवता पर वार है। आतंक की निंदा सिद्धांत से होनी चाहिए, किसी राजनीतिक सुविधा के हिसाब से नहीं।
BRICS देशों ने 31 पेज का संयुक्त घोषणापत्र जारी किया जिसमें पहलगाम आतंकी हमले और ईरान पर इजरायली हमले की कड़ी आलोचना की गई। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि आतंकियों पर प्रतिबंध लगाने में कोई झिझक नहीं होनी चाहिए और आतंक के पीड़ितों और समर्थकों को एक ही तराजू पर तौलना निहायत गलत है।
मौन समर्थन भी समर्थन ही होता है
मोदी ने BRICS मंच से सीधे कहा अगर कोई देश चुप रहकर आतंक का समर्थन करता है, तो वह भी उतना ही दोषी है। राजनीतिक फायदे के लिए आतंकवाद को नजरअंदाज करना स्वीकार नहीं किया जाएगा।
भारत की सोच: गांधी, बुद्ध और शांति
मोदी ने भारत की वैश्विक सोच का ज़िक्र करते हुए कहा कि भारत बुद्ध और गांधी की भूमि है, जहां युद्ध और हिंसा की कोई जगह नहीं। उन्होंने दोहराया कि भारत हर उस कोशिश का समर्थन करता है जो दुनिया को संघर्ष से निकालकर सहयोग और संवाद की दिशा में ले जाए।
ग्लोबल साउथ की आवाज
PM मोदी ने सम्मेलन में ग्लोबल साउथ की उपेक्षा का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा, कुछ देश संसाधनों का इस्तेमाल अपने फायदे और दबाव के हथियार के तौर पर करते हैं। भारत इस सोच से अलग है हम हमेशा मानवता को प्राथमिकता देते हैं, अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर।
AI पर भारत का बड़ा कदम
मोदी ने बताया कि भारत जल्द ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करेगा, जिसमें AI की संभावनाओं और जोखिमों पर गंभीर चर्चा होगी। उन्होंने कहा, हमें ऐसा डिजिटल इकोसिस्टम बनाना होगा जो ये बता सके कि कोई जानकारी असली है या नकली, कहां से आई और क्या उसका गलत इस्तेमाल हो रहा है।
BRICS में विज्ञान और रिसर्च फंड का सुझाव
भारतीय प्रतिनिधिमंडल की ओर से सचिव (आर्थिक संबंध) दम्मू रवि ने बताया कि प्रधानमंत्री ने BRICS देशों से विज्ञान और रिसर्च को लेकर एक साझा कोष बनाने का प्रस्ताव भी रखा।
ब्रासीलिया में होगी लूला से मुलाकात
PM मोदी सम्मेलन के बाद ब्रासीलिया जाएंगे, जहां उनकी मुलाकात ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा से होगी। इस मुलाकात में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने पर चर्चा होगी।