नई दिल्ली। दुनिया के 175 देशों में कोरोना वायरस और उससे पैदा होने वाली बीमारी COVID-19 का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। अभी तक इससे निपटने के लिए कोई वैक्सीन नहीं बन पाया है। हालांकि इसपर रिसर्च जारी है। वैक्सीन बनाने के साथ-साथ फिलहाल उसकी टेस्ट किट बनाने पर भी काम चल रहा है।

पहले कोविड-19 की जांच में लगते थे दो दिन
मौजूदा समय में कोविड-19 के मरीज की पुष्टि करने में दो दिन या उससे ज़्यादा का समय लग रहा है। लेकिन अब ढाई घंटे में बीमारी के बारे में जानकारी मिल जाएगी। जर्मनी की एक कंपनी ने दावा किया है कि उनके द्वारा विकसित नई जांच किट से यही टेस्ट सिर्फ ढाई घंटे में रोग की पुष्टि कर देगा।
जर्मनी की कंपनी ने तैयार किया डिवाइस
ब्लूमबर्ग में प्रकाशित ख़बर के मुताबिक रॉबर्ट बॉश जीएमबीएच के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वोल्कमार डेनर ने एक जारी बयान में दावा किया कि उनकी कंपनी की टेस्ट किट के ज़रिए ढाई घंटे से भी कम समय में कोविड-19 की पुष्टि की जा सकती है, जिससे इस महामारी से काबू पाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, “संक्रमित मरीज़ों की पहचान तेज़ी से हो सकेगी, और उन्हें जल्दी इलाज मिलना शुरू हो जाएगा। “हालांकि यह डिवाइस अप्रैल माह में जर्मनी में उपलब्ध हो जाएगी, और इसे अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में बेचा जाएगा।
कई बीमारियों की जांच में होगा इस डिवाइस का इस्तेमाल
रिपोर्ट के मुताबिक, बॉश ने कहा कि इस नए टेस्ट में वाइवालिटिक मॉलीक्यूलर डायगनॉस्टिक्स प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे बॉश की हेल्थकेयर डिवीजन ने तैयार किया है। इस डिवाइस का इस्तेमाल अस्पतालों, लैबोरेटरियों और मेडिकल प्रैक्टिस में फ्लू और न्यूमोनिया जैसी बहुत-सी बैक्टीरियल और वायरल बीमारियों की पहचान में पहले से किया जा रहा है।
इस टेस्ट को वाइवालिटिक के लिए अपने साझीदार और उत्तरी आयरलैंड के मेडिकल उपकरण निर्माता रैन्डॉक्स लैबोरेटरीज़ लिमिटेड के साथ मिलकर विकसित किया गया है।
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