कोरोना पीड़ितों को भोजन देने निकले कार्यकर्ताओं को बीच सड़क पर पीटा, घटना सीसीटीवी में कैद होने के बाद भी कार्रवाई से बचती रही पुलिस
कोरोना पीड़ितों को भोजन देने निकले कार्यकर्ताओं को बीच सड़क पर पीटा, घटना सीसीटीवी में कैद होने के बाद भी कार्रवाई से बचती रही पुलिस

रायपुर। स्कूटर से टकराने की मामूली सी बात पर शहर के एक युवक ने सामाजिक संस्था के दो कार्यकर्ताओं को लात-घूंसों से बुरी तरह पीट दिया। आरोपी का साथ देने मुहल्ले के कुछ और युवक आए और उन्होंने भी जमकर मारपीट की। ये घटना शुक्रवार दोपहर को आजाद चौक थाना इलाके में पड़ने वाले सताक्षी मंदिर के पास हुई। मामले में FIR दर्ज की गई मगर पुलिस पर मारपीट करने वालों को राजनीतिक दबाव में आकर छोड़ने का आरोप लगा।

समाजसेवी संस्था चरामेति के डायरेक्टर प्रशांत महतो ने बताया कि जिन युवकों को बदमाशों ने पीटा, वो कोरोना संक्रमित लोगों के पास भोजन छोड़ने की सेवा देने का काम कर रहे थे। 30 अप्रेल को राजकुमार कॉलेज रायपुर के सामने पेट्रोल पंप में जब उनके कार्यकर्ता विश्वजीत शर्मा और सूरज शर्मा अन्य कोरोना पीड़ितों को भोजन वितरण करते समय पेट्रोल डलवाने के लिए गए तब दूसरी तरफ गलत दिशा से फोन पर बात करते हुए आवेज बेग अपने दोस्त के साथ कट मारते हुए सामने गाड़ी खड़ा करता है और उल्टे बहसबाजी पर उतारू हो जाता है, कि तूने गाड़ी को टक्कर मारी जबकि गाड़ी वह गलत तरीके से चलाते आया और कोई टक्कर ही नही लगी थी। चरामेति के कार्यकर्ता ने जब उससे सही ढंग से बात करने की बात की तो हुज्जतबाजी करने लगा।

दोस्तों को बुलाकर किया हमला

  • इस वाकये के बाद दोनों कार्यकर्ता मंगलबाजार वाले एरिया में होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज को भोजन देने के लिए रुके थे, इतने में आवेज बेग फिर वहां आ गया और बहस करने लगा, फिर अपने दोस्तों को बुलाकर मारपीट शुरू कर दी, इन सभी ने दोनों को लात घूसों से हर तरह से मारा। अगर इलाके के दो वरिष्ठ नागरिक बीच मे नही आते तो वह दोनों को और भी मारते।

आरोपी को थाने लाकर छोड़ा

  • इस घटना के बाद जब युवक आजाद नगर पुलिस थाने में रिपोर्ट लिखाने गए तब मेडिकल कराने के बाद भी उनकी रिपोर्ट नही लिखी जा रही थी। इस बीच जब काफी लोगों का दबाव आया तब प्राथमिकी दर्ज हुई। हद तो तब हो गई जब आवेज बेग को थाने में लाया गया तब वह परिसर में भी पीड़ितों से हुज्जतबाजी करने लगा और वहां भी मारने को आतुर हो गया । बाद में जब पीड़ित थाने से निकले तो आरोपियों को भी पुलिस ने छोड़ दिया।

अनशन की धमकी मिली तब हुई कार्रवाई

  • चरामेति संस्था के कार्यक्रताओं के ऊपर हुए हमले की जब चारों ओर निंदा होने लगी और संस्था के प्रमुख प्रशांत महतो ने अनशन की चेतावनी दी तब आज पुलिस हरकत में आई। जानकारी मिली है कि पुलिस ने आवेज बेग और उसके एक अन्य साथी को विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया और न्यायालय में पेश किया।
    गौरतलब है कि कोरोना के संक्रमण के चलते शहर में लॉक डाउन है, और ऐसे मौके पर गुंडा तत्वों द्वारा इस तरह का आतंक फैलाना उनके बुलंद हौसले को बयां करता है, वहीं ऐसे लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई नहीं करना पुलिस की निष्क्रियता को दर्शाता है। कायदे से ऐसे लोगों के खिलाफ लॉक डाउन के तहत लगने वाली धाराओं के तहत भी कार्रवाई होनी थी, मगर न जाने क्यों पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ नर्म रवैया अपनाया गया?

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