छत्तीसगढ़ में सियासी घमासान के बाद पंजाब कांग्रेस में हो सकता बड़ा फैसला, राहुल गांधी से मिलने पहुंचे हरीश रावत
छत्तीसगढ़ में सियासी घमासान के बाद पंजाब कांग्रेस में हो सकता बड़ा फैसला, राहुल गांधी से मिलने पहुंचे हरीश रावत

नई दिल्‍ली। छत्तीसगढ़ की राजनीति में उथल-पुथल के बाद अब पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान में आज बड़ा फैसला हो सकता है। हरीश रावत ने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी, जिसके बाद रावत अब राहुल गांधी से मिलने पहुंचे हैं। विगत दिनों से पंजाब कांग्रेस में नवजोत सिंह सिद्धू और अमरिंदर सिंह में तकरार अभी जारी है, कल सिद्धू ने चुनौती देते हुए कहा था कि अगर फैसले लेने की आजादी नहीं मिली तो ईट से ईट बजा दूंगा।

बैठक में उठ सकता है वीडियो क्लिप का मुद्दा

पंजाब मेें सीएम कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ चार मंत्रियों और करीब दो दर्जन विधायकों बगावत के बीच पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत पार्टी के पूर्व राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष राहुल गांधी से मिलने पहुंचे हैं। रावत ने शुक्रवार को पार्टी की कार्यवाहक राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष सोनिया गांधी को पंजाब कांग्रेस की हालत के बारे में विस्‍तृत जानकारी दी थी। राहुल गांधी से हरीश रावत की मुलाकात पंजाब कांग्रेस के नजरिये से बेहद अहम माना जा रहा है। पंजाब कांग्रेस के अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा आलाकमान को ईंट से ईंट बजाने की धमकी वाले वीडियाे का मुद्दा भी रावत और राहुल गांधी की बैठक में उठेगा।

आलाकमान का आदेश हुआ तो इसे मैं निभाऊंगा

हरीश ने कैप्‍टन अमरिंदर सिंह का विरोध करने वाले मंत्रियों और विधायकों के बारे में पत्रकारों से कहा कि इस मामले में बगावत जैसी कोई बात नहीं हैं। ये सभी (विरोध करने वाले नेता) बेहद नम्र और शालीन हैं। उनको बागी कहना गलत है। उत्‍तराखंड में भी 2022 में विधानसभा चुनाव‍ होने के मद्देनजर पंजाब कांग्रेस का प्रभारी बने रहने के बारे में पूछे जाने पर हरीश रावत ने कहा कि यदि आलाकमान का आदेश हुआ तो मैं निश्चित तौर पर इसे निभाऊंगा। पार्टी आलाकमान की ओर से जाे भी जिम्‍मेदारी दी जाएगी उसे मैं निभाऊंगा।

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