तिरुचि (तमिलनाडु)। तमिलनाडु के तिरुचि से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां 6 साल के एक बच्चे ने चॉकलेट समझकर जिलेटिन की छड़ को जैसे ही मुंह में रखा, उसका मुंह केरल की हथिनी की तरह उड़ गया। इस दुखद घटना में बच्चे की मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।

मछली पकड़ने में होता है जिलेटिन की छड़ का इस्तेमाल

पुलिस के अनुसार, बच्चे का नाम विष्णु देव था और वह अपने पिता भूपति और बड़े भाई गंगाधरण के साथ तिरुचि जिले के थोट्टियम ब्लॉक स्थित अलॉगिरी गांव में रहता था। बच्चे के पिता दिहाड़ी मजदूर हैं और वह अपने बड़े बेटे गंगाधरण के साथ पास ही में बह रही कॉवेरी नदी में मछली पकडऩे के लिए जिलेटिन छड़ों का इस्तेमाल करते थे।

गंगाधरण अपने दोस्तों मोहनराज और तमिलसरन के साथ सेल्वाराज के पास पहुंचा और उससे जिलेटिन के तीन छड़ ली। जिलेटिन की इन छड़ों का इस्तेमाल नदी में विस्फोट करने के लिए होता है, जिससे मछलियां जाल की तरफ आती हैं और उसमें फंस जाती हैं। सेल्वाराज पास के ही पप्पापट्टी गांव का रहने वाला है और वह पत्थरों को तोडऩे का काम करता है, इसके लिए वह जिलेटिन छड़ों का इस्तेमाल करता है।

पुलिस के अनुसार, गंगाधरण और उसके साथियों ने तीन में से दो छड़ों का इस्तेमाल कर लिया और बची हुई एक छड़ घर लाकर वापस रख दिया। इसी बची हुई एक छड़ को विष्णु ने चॉकलेट समझकर खाने के लिए मुंह में रखा। जैसे ही उसने इसे दांत से चबाया, जिलेटिन की छड़ में विस्फोट हो गया, जिससे उसका मुंह उड़ गया। विस्फोट की आवाज सुनते ही भूपति और गंगाधरण वहां पहुंचे और घायल विष्णु को अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई।

इस घटना से डरे हुए दोनों पिता-पुत्र ने विष्णु का उसी रात अंतिम संस्कार कर दिया और इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी। बाद में पुलिस को गांव वालों से घटना की सूचना मिली, जिसके बाद विष्णु के पिता भूपति और उसके बड़े भाई गंगाधरण समेत मोहनराज और सेल्वाराज को गिरफ्तार कर लिया, जबकि तमिलासरन की तलाश जारी है, जो घटना के बाद से फरार है।