रचा गया इतिहास: भारत की बेटी शिरिषा समेत पांच साथियों संग अंतरिक्ष छूकर लौटे ब्रेनसन,अब बेजोस की बारी

न्यू मैक्सिको। अमेरिका के न्यू मैक्सिको का यह शहर अपने नाम के मुताबिक ही ‘सच या नतीजे’ के रूप में रविवार को इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया।

ब्रिटिश अरबपति और वर्जिन समूह के संस्थापक रिचर्ड ब्रेनसन भारतवंशी एयरोनॉटिकल इंजीनियर शिरिषा बांदला समेत पांच सहयोगियों के साथ वर्जिन गैलेक्टिक वीएसएस यूनिटी रॉकेट विमान के जरिये अंतरिक्ष छूकर सुरक्षित लौट आए। भारतीय समयानुसार उनका यह विमान न्यू मैक्सिको के ही एक प्रक्षेपण केंद्र स्पेसपोर्ट पर रात करीब 9:12 बजे लौट आया।

इससे पहले 71 साल के ब्रेनसन अपने पांच सहयोगियों के साथ भारतीय समयानुसार रात 8:10 बजे अंतरिक्ष की ऐतिहासिक उड़ान पर रवाना हुए। वैसे तो यह उड़ान करीब एक घंटे की थी, मगर अंतरिक्ष पर्यटन के लिए मील का पत्थर साबित मानी जा रही है।

500 से ज्यादा लोगों कामयाब सफर के लिए सलामी दी

उड़ान के वक्त 500 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने ब्रेनसन और उनके साथियों को कामयाब सफर के लिए सलामी दी। इस भीड़ में ब्रेनसन की पत्नी, बच्चे और नाती-नातिन भी थे। रॉकेट विमान को शाम 6:30 बजे उड़ान भरनी थी, मगर खराब मौसम की वजह से लॉन्चिंग का वक्त डेढ़ घंटे आगे बढ़ाया गया था। इस यात्रा में ब्रेनसन के चालक दल के सभी सदस्य कंपनी के कर्मचारी थे।

जन्मदिन से एक हफ्ता पहले ही कामयाबी

उड़ान से पहले ब्रेनसन ने कहा कि मैं अगले साल अंतरिक्ष पर्यटन को अनुमति देने से पहले बतौर यात्री इस अनुभव का आकलन करना चाहता हूं। ब्रेनसन ने यह कामयाबी तब हासिल की है, जब उनका अगले हफ्ते यानी 18 जुलाई को 71वां जन्मदिन है।

88 किमी ऊंचाई पर अंतरिक्ष के सिरे पर पहुंचा, महसूस की भारहीनता

योजना के मुताबिक ब्रेनसन और उनके साथी जिस रॉकेट विमान से गए, वह पहले मूल यान व्हाइट नाइट टू से करीब 13 किमी की ऊंचाई पर अलग हुआ। जहां उसे अपने रॉकेट इंजन से तेज रफ्तार पाने के लिए ऊर्जा मिली। इसके बाद यह विमान धरती के वातावरण को छोड़कर 88 किमी की ऊंचाई तक पहुंचा, जहां सभी ने अंतरिक्ष की भारहीनता को महसूस किया। इसके बाद यह यान धरती पर लौट आया।

नौ दिन बाद अब बेजोस की बारी

ब्रेनसन के बाद एक और अरबपति जेफ बेजोस भी अपनी कंपनी ब्लू ओरिजिन के न्यू शेफर्ड यान से 20 जुलाई को अंतरिक्ष में जाएंगे। बेजोस ने पश्चिमी टेक्सास से अपने लॉन्च की तारीख 20 जुलाई चुनी है ,जो चंद्रमा पर अपोलो 11 के उतरने की 52वीं सालगिरह होगी।

तमिलनाडु से है ब्रैनसन का पैतृक रिश्ता

बाहरी अंतरिक्ष में जाने वाले पहले अरबपति बनकर इतिहास रचने वाले ब्रिटिश उद्यमी रिचर्ड ब्रैनसन का भारत से भी अनूठा रिश्ता है। 71 वर्षीय ब्रैनसन के पूर्वजों की जड़ें तमिलनाडु के कडलोर से जुड़ी थीं।

मुंबई-पुणे के बीच हाइपरलूप नेटवर्क तैयार करने के लिए महाराष्ट्र सरकार से करार कर चुकी वर्जिन कंपनी के मालिक ब्रैनसन ने दिसंबर, 2019 में एक डीएनए टेस्ट के बाद खुलासा किया था कि उनके पिता की भारतीय मूल की परदादी आरिया कडलोर की निवासी थीं।

उन्होंने वर्ष 1793 में वह शादी कर ब्रैनसन के परिवार में आ गई थीं, लेकिन उनके मायके के लोग आज भी कडलोर में रहते हैं। ब्रैनसन इस कारण खुद को भारतीय मूल का उद्योगपति मानते हैं।

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