टीआरपी डेस्क। गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद किसान नेता वीएम सिंह ने किया आंदोलन खत्म करने का ऐलान किया है। किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष वीएम सिंह ने कहा- हिन्दुस्तान का झंडा, गरिमा, मर्यादा सबकी है। उस मर्यादा को अगर भंग किया है, भंग करने वाले गलत हैं और जिन्होंने भंग करने दिया वो भी गलत हैं।

राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के किसान नेता वीएम सिंह ने कहा- हम अपना आंदोलन यहीं वापस ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा संगठन इस हिंसा में शामिल नहीं है। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद किसान संगठनों में फूट पड़ गई है। किसान मजदूर संगठन ने बुधवार को शाम साढ़े चार बजे खुद को आंदोलन से अलग करने की घोषणा की। संगठन के प्रमुख वीएम सिंह ने कहा कि कोई आंदोलन इस तरह नहीं चल सकता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जो हंगामा और हिंसा हुई, उसकी जिम्मेदारी भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत को लेनी चाहिए। उन्होंने कहा किसान हल चलाता है, कुछ लोगों ने उन्हें पागल बना दिया। वे किसी ऐसे नेता के चक्कर में न पड़ें, जो अपना नाम बनाने के लिए देशविरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं।

राकेश टिकैत समेत 6 किसान नेताओं पर केस, हिरासत में 200 उपद्रवी

ट्रैक्टर रैली में हुए उपद्रव पर दिल्ली पुलिस आज सुबह से ही एक्शन में है। अब तक 200 उपद्रवियों को हिरासत में लिया जा चुका है। पुलिस ने हिंसा, तोड़फोड़ और नियम तोड़ने की घटनाओं पर 22 FIR दर्ज की हैं। इनमें जानलेवा हमले, डकैती, सरकारी काम में रुकावट डालने और नियम तोड़ने जैसी धाराएं लगाई गई हैं।

एक FIR में 6 किसान नेताओं के नाम भी शामिल हैं। ये नेता- राकेश टिकैत, दर्शन पाल, राजिंदर सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल और जोगिंदर सिंह हैं। इनके खिलाफ ट्रैक्टर रैली की शर्तें तोड़ने का केस दर्ज किया गया है। इन नेताओं ने उस NOC पर साइन किए थे, जो पुलिस ने ट्रैक्टर रैली के लिए जारी की थी।

पुलिस का कहना है कि मंगलवार को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में 300 जवान घायल हुए हैं। साथ ही कहा कि प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाबलों से आंसू गैस के गोले छोड़ने वाली गन छीन ली थी। यह गन लाल किले में एक प्रदर्शनकारी के पास देखी गई।

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