दूसरे राज्यों से धान की तस्करी को रोकने प्रदेश भर में सरकारी अमला सक्रिय, सीमांत इलाकों में लगातार पकड़े जा रहे हैं तस्कर
दूसरे राज्यों से धान की तस्करी को रोकने प्रदेश भर में सरकारी अमला सक्रिय, सीमांत इलाकों में लगातार पकड़े जा रहे हैं तस्कर

बलरामपुर। छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू हो चुकी है और इस दौरान सीमान्त इलाकों में निगरानी बावजूद धान के तस्कर सक्रिय हैं। पुलिस और प्रशासनिक अमला इन्हे पकड़ने में सफल भी हो रहा है, बावजूद इसके नए-नए रास्तों से तस्करी का प्रयास अब भी जारी है।

इसी कड़ी में बलरामपुर जिले की पुलिस ने नदी पार करके झारखण्ड से चोरी छिपे लाये जा रहे धान की जब्ती की। इस दौरान अंधेरे का लाभ उठाते हुए बिचौलिए सहित दो आरोपी भाग खड़े हुए, वहीं एक युवक पकड़ में आ गया।

3 राज्यों की सीमाओं को छूता है बलरामपुर जिला

छत्तीसगढ़ का बलरामपुर जिला एक नहीं तीन-तीन प्रदेशों से लगा हुआ है। एक तरफ झारखण्ड तो दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश है, वहीं तीसरी ओर मध्यप्रदेश की सीमाएं इस जिले से लगी हुई हैं। यही वजह है कि धान की तस्करी को रोकने के लिए गरियाबंद की तरह इस जिले की सीमाओं पर भी पहरा बढ़ा दिया गया है।

तस्करों को पकड़ने नदी किनारे घंटों किया इंतजार

बलरामपुर से होकर गुजरने वाली कनहर नदी के उस पार झारखण्ड है, जहां से नदी पार करके धान की तस्करी किये जाने की सूचना पुलिस को मिली थी। यहां के सीमांत गांव चिनिया में स्थापित पुलिस चौकी के प्रभारी धीरेन्द्र बंजारे ने TRP न्यूज़ को बताया कि पुख्ता जानकारी मिलने के बाद वे पूरी टीम के साथ रात के अंधेरे में छिपकर मौके का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान तीन युवक झारखण्ड से कंधे में धान की बोरियों को लाद कर नदी को पैदल पार कर गांव के किनारे पहुंचा रहे थे। लगभग 3 घंटे के इंतजार के बाद पुलिस ने एकाएक दबिश दी तो यहां भगदड़ मच गई। अफरा-तफरी के बीच जवान वीरेंद्र कुमार युवक को ही पकड़ सके, जो चिनिया गांव का ही रहने वाला निकला।

पहले भी कर चुके हैं धान की तस्करी

पुलिस ने मौके से धान की 70 बोरियां जब्त की है। पकडे गए युवक वीरेंद्र नागवंशी ने पूछताछ में बताया कि धान का बिचौलिया चिनिया गांव का ही विवेक यादव है, जो मौके से फरार हो गया। वीरेंद्र ने यह भी स्वीकार किया कि वे पहले भी 2 बार इसी तरह झारखण्ड से धान की तस्करी कर चुके हैं। फ़िलहाल पुलिस बिचौलिया विवेक और एक अन्य आरोपी की खोजबीन कर रही है।

यूपी से भी आ रहा है अवैध तरीके से धान

इससे पूर्व उत्तरप्रदेश की सीमा से लगे धनवार चेकपोस्ट पर उत्तर प्रदेश की तरफ से धान लेकर आ रहे पिकप वाहन को भी पुलिस जब्त कर चुकी है। इस वाहन में 20 क्विंटल धान लदा हुआ था, जिसे जब्त करते हुए पुलिस ने वाहन पर सवार बसंतपुर निवासी दिनेश कुमार गुप्ता को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया। यह कार्रवाई बलरामपुर जिले के बसंतपुर थाने की पुलिस ने की।

यहां धान से लदी पूरी ट्रक पकड़ी गई

बलरामपुर जिले में ही रघुनाथपुर थाने की पुलिस ने उत्तर प्रदेश के ग्राम जर्दा से सोल्ड टाटा ट्रक को अवैध धान लोड कर बिक्री करने के लिए छत्तीसगढ़ में लाते हुए पकड़ा था। पुलिस ने ट्रक को केसारी बॉर्डर पर रुकवा कर तलाशी ली, तब उसमे 256 बोरी धान मिला। ट्रक मालिक व चालक के पास किसी प्रकार की दस्तावेज भी नही मिला। इस मामले में पुलिस ने धारा 3, 7 (2), 130 (3)/177 एमवी एक्ट के तहत कार्रवाई कर आरोपी चंद्रदेव सिंह , रामसागर पाल और लक्ष्मण को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।

ज्यादा लाभ कमाने होती है धान की तस्करी

गौरतलब है कि पूरे देश में धान का सर्वाधिक समर्थन मूल्य छत्तीसगढ़ की सरकार द्वारा ही दिया जा रहा है। यही वजह है कि धान खरीदी के समय पूरे राज्य में बिचौलिए सक्रिय हो जाते हैं और दूसरे राज्यों से धान की तस्करी करके यहां के सरकारी धान खरीदी केंद्रों में खपा देते हैं। इससे उन्हें प्रति क्विंटल 800 से 100 रूपये तक का फायदा होता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर धान की तस्करी को रोकने के लिए सीमांत के जिलों में निगरानी बढ़ा दी गई है और चेकपोस्ट बनाकर वाहनों की सघन चेकिंग की जा रही है।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएप, पर