रायपुर। राज्य के वर्तमान मुख्य सचिव आरपी मंडल (IAS RP Mandal) 30 नवंबर को अपने पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। सूत्रों के अनुसार ऐसी खबर है कि उन्हें एनआरडीए का चेयरमैन बनाया जा सकता है। कोरोना महामारी के दौरान कई ऐसी योजनाएं हैं जिन्हें पूरा नहीं किया जा सका है। जिनका जिम्मा भी IAS आरपी मंडल के पास ही है। राज्य सरकार उनके कार्यानुभव को देखते हुए उन्हें फिलहाल रिटायरमेंट देने के लिए तैयार नहीं है। ऐसे में संभावनाएं बढ़ रही हैं उन्हें संविदा नियुक्ति दी जा सकती है।

राज्य सरकार ने सीएस आरपी मंडल को 6 महीने का एक्सटेंशन देने के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा था। कोरोना संक्रमण की स्थिति और सीनियर अफसरों की कमी के मद्देनजर सीएम भूपेश बघेल की मंजूरी के बाद केंद्र को प्रस्ताव दिया गया है। हालांकि केंद्र में भाजपा की सरकार होने के कारण इस बात की भी चर्चा है कि एक्सटेंशन में दिक्कत हो रही है। इससे पहले लोकसभा चुनाव की वजह से सुनील कुजूर के एक्सटेंशन के लिए भी केंद्र से मंजूरी मांगी गई थी, जिस पर केंद्र ने सहमति नहीं दी।

कई जिलों में रह चुके हैं कलेक्टर के पद पर

साल 1987 बैच के आईएएस अफसर मंडल मूल रूप से बिलासपुर के रहने वाले हैं और मध्यप्रदेश के कई जिलों में कलेक्टर के पद पर रह चुके हैं। आरपी मंडल छत्तीसगढ़ निर्माण के दौरान वर्ष 2001 से 2003 तक बिलासपुर जिले के कलेक्टर रहे। चीफ सेक्रेटरी आरपी मंडल ने बिलासपुर के गवर्नमेंट स्कूल से अपनी स्कूली पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने रायपुर के शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रिकल में बीई किया। फिर आईआईटी खडग़पुर से एमटेक। उसके बाद वे सिविल सेवा परीक्षा में आईएएस के लिए चयनित हुए। उन्हें 1987 बैच के साथ छत्तीसगढ़ कैडर मिला।

छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद काडर के बंटवारे में उन्हें छत्तीसगढ़ काडर मिला और इसके बाद वे बिलासपुर और रायपुर में भी कलेक्टर रहे। मंडल राजस्व, आदिवासी विकास, पंचायत, लोक निर्मांण, वन, श्रम विभाग समेत कई विभागों में वे सचिव रह चुके हैं। सचिव रैंक में पहुंचने के बाद भी सरकार ने उन्हें रायपुर का कलेक्टर बनाया था।

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