सुप्रीम कोर्ट ब्रेकिंग : AIIMS की प्रवेश परीक्षा को कोर्ट ने एक महीने के लिए टाला, मेडिकल छात्रों की बड़ी जीत
सुप्रीम कोर्ट ब्रेकिंग : AIIMS की प्रवेश परीक्षा को कोर्ट ने एक महीने के लिए टाला, मेडिकल छात्रों की बड़ी जीत

रायपुर। कोरोना काल में AIIMS द्वारा आयोजित की जा रही INI CET की परीक्षा को सुप्रीम कोर्ट ने एक महीने के लिए टाल दिया है। छत्तीसगढ़ के दो डॉक्टरों सहित देश भर के कुल 26 मेडिकल छात्र 26 डॉक्टर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे, और मांग की थी कि परीक्षा को कम से कम अगस्त तक टाल देना चाहिए. इस परीक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि महामारी के दौरान परीक्षा का आयोजन सही नहीं है.

कोविड ड्यूटी में तैनात हैं अधिकांश मेडिकल छात्र

इस मामले में छत्तीसगढ़ से IMA के समर्थन से डॉ क्षितिज सिंह, दुर्ग और डॉ रेशम सिंह ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। डॉ क्षितिज ने बताया कि केंद्र सरकार ने कोविड महामारी के दौरान मेडिकल से जुडी परीक्षाएं नहीं करने को कहा था, साथ ही 100 दिन तक कोविड ड्यूटी करने वाले मेडिकल छात्रों को प्राथमिकता देने की बात कही थी। कायदे से प्री PG की परीक्षाएं आयोजित करने से 30 से 45 दिन पहले इसकी घोषणा करनी चाहिए, मगर AIIMS प्रबंधन ने मात्र 19 दिन पहले यह घोषणा कर दी कि वह 16 जून 2021 को INI CET की परीक्षा आयोजित करने जा रहा है, इससे अस्पतालों में कोविड ड्यूटी कर रहे मेडिकल छात्रों का परेशान होना लाजिमी था।

कोर्ट ने एक महीने के लिए टाली परीक्षा

सुप्रीम कोर्ट ने मामले में सुनवाई के बाद आज एम्स की ओर से 16 जून 2021 को आयोजित की जाने वाली INI CET की परीक्षा 2021 को एक महीने के लिए स्थगित कर दिया। यह परीक्षा मेडिकल की उच्च शिक्षा के लिए देश भर में डॉक्टरों द्वारा दी जाती है. इस परीक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि महामारी के दौरान परीक्षा का आयोजन सही नहीं है, वैसे भी परीक्षा का फॉर्म भरने वाले कई डॉक्टर अभी खुद भी कोविड ड्यूटी में तैनात हैं.

एडमिट कार्ड भी कर दिए गए थे जारी

बता दें कि बुधवार को इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल इंपोर्टेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट (INI CET) 2021 के लिए एडमिट कार्ड भी जारी कर दिए गए थे. जबकि मेडिकल के छात्र इस परीक्षा को स्थगित किए जाने को लेकर कई दिनों से सोशल मीडिया पर कैंपेन भी चला रहे हैं.

कई राज्यों में अब भी है लॉक डाउन

कोविड महामारी के इस दौर में छत्तीसगढ़ जैसे कुछ राज्यों में हालात थोड़े सुधर गए हैं मगर दक्षिण भारत सहित अनेक राज्यों में कोरोना का संक्रमण जोरों पर है, और वहां लॉक डाउन के बीच अधिकांश मेडिकल छात्र अभी भी कोविड ड्यूटी में लगे हुए हैं।

छात्रों का कहना था कि 12-12 घंटे की कोविड ड्यूटी करने के बाद उन्हें एग्जाम की तैयारी के लिए समय नहीं मिल पाया है. इसके साथ ही छात्रों का ये भी कहना है कि वे मौजूदा हालात में परीक्षा देने के लिए मानसिक रूप से खुद को तैयार नहीं मानते हैं. इस कारण वे परीक्षा स्थगित करने की मांग कर रहे थे।

छत्तीसगढ़ में IMA की ओर से मेडिकल स्टूडेंट नेटवर्क के प्रमुख डॉ राकेश गुप्ता ने इसे मेडिकल छात्रों की बड़ी जीत बताया है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दौरान इस तरह परीक्षा आयोजित करना किसी भी दृष्टि से न्यायोचित नहीं था।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे फेसबुक, ट्विटरटेलीग्राम और वॉट्सएप पर

Trusted by https://ethereumcode.net