इंदौर। कांग्रेस के हाईवोल्टेज पॉलिटिकल ड्रामे के बीच शहर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने मंत्रियों को पत्र लिखने के मामले में कहा कि मैं सरकार का अंग नहीं हूं, मैं राज्यसभा सदस्य हूं, इसलिए मेरे दस्तखत से सरकार में कोई काम नहीं होता।
मैंने सिर्फ कागज आगे बढ़ाया, इसके सिवाय कुछ नहीं कहूंगा
मीडिया से चर्चा के दौरान दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने कहा कि मैंने सिर्फ कागज आगे बढ़ाया, इसके सिवाय कुछ नहीं कहूंगा। कांग्रेस में किसी भी प्रकार की गुटबाजी नहीं है। ना पहले थी और ना अब है। कांग्रेस में पोस्टरबाजी को लेकर उन्होंने कहा कि मैं पोस्टरबाजी पर विश्वास नहीं करता। जब भी मेरे दौरे तय होते हैं, मैं एक लेटर लिखता हूं, जिसमें स्पष्ट करता हूं कि मेरे आने पर मेरे पोस्टर मत लगाइए, मुझे कोई माला ना पहनाए, मेरे नारे मत लगाइए। कोई आतिशबाजी मत करिए।
अमित शाह से या उनके बाएं हाथ कैलाश विजयवर्गीय से पूछिए
वहीं, पश्चिम बंगाल में एनआरसी मामले में उन्होंने कहा कि अमित शाह (amit shah) कहते थे कि 40 लाख घुसपैठिए हैं। मैं पूछना चाहता हूं कहां है घुसपैठिए। अमित शाह से पूछिए या उनके बाएं हाथ कैलाश विजयवर्गीय से पूछिए। यह सब हवाबाजी है, केवल धर्म के आधार पर राजनीति की जा रही है। जाकिर नाइक से दोस्ती के सवाल पर कहा कि, जाकिर नाइक के बजाय मेरी कैलाश विजयवर्गीय जी से ज्यादा अच्छी दोस्ती है।
व्यापमं (vyapam) घोटाले को लेकर बोले – मामा जी की सरकार में मंत्री रहते हुए लक्ष्मीकांत शर्मा इस घोटाला में पकड़ाया। हालांकि सीबीआई ने उसे छोड़ दिया, लेकिन मैं इसके खिलाफ लड़ाई लडूंगा। मैं सुप्रीम कोर्ट जाऊंगा, केस तो चलना चाहिए उस पर, वह अपराधी तो है। वहीं गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर पीएम मोदी पर साधा निशाना।