काबिल अफसरों को दी मॉनिटरिंग और अनुग्रह जैसे सेल्स की जिम्मेदारी

रायपुर। पुलिस हेडक्वार्टर अटलनगर में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक डीएम. अवस्थी ने राज्य स्तरीय मॉनिटरिंग सेल का गठन किया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक(प्रशासन) अशोक जुनेजा इसके अध्यक्ष होंगे। पुलिस महानिरीक्षक रेंज रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा एवं बस्तर इसके सदस्य होंगे। यह मॉनिटरिंग सेल पुलिस कर्मियों के अनुशासन में सुधार एवं कर्मचारियों के कल्याण की दिशा में कार्य करेगा।  

क्या-क्या होंगे इसके काम:

मॉनिटरिंग सेल की बैठक पुलिस महानिदेशक ने ली। बैठक में यह तय किया गया कि इकाई स्तर पर जल्दी ही कार्यक्रम प्रारँभ किया जाएगा। इसके अंतर्गत इकाई प्रमुख एवं उनके अधिकारी अपने सभी कर्मचारी से प्रत्यक्ष रूप से मिलेंगे एवं कर्मचारी के अनुशासन के स्तर, उसकी समस्याएं एवं उसकी मानसिक स्थिति की जानकारी लेकर प्रत्येक कर्मचारी का प्रोफाइल तैयार करेंगे। इस दौरान कर्मचारी की जायज समस्याओं का निराकरण किया जाएगा तथा अनुशासनहीन कर्मचारी पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।  

एआईजी नेहा चंपावत और एआईजी सुशीलचंद को मिली जिम्मेदारी:

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि पुलिस कर्मियों की समस्याओं एवं उनके मानसिक तनाव के निराकरण हेतु पुलिस मुख्यालय में महिला एवं पुरुष पुलिस कर्मियों के लिए पृथक-पृथक 02 ग्रिवान्स सेल अनुग्रह के नाम से शुरू किये जा रहे हैं। उप पुलिस महानिरीक्षक नेहा चम्पावत की अध्यक्षता में महिलाओं की समस्याओं के निराकरण के लिए एवं उप पुलिस महानिरीक्षक सुशीलचंद द्विवेदी की अध्यक्षता में पुरुष कर्मचारियों के लिए यह अनुग्रह सेल कार्य करेंगे। यह भी निर्णय लिया गया कि इसी तरह के अनुग्रह सेल जिला सहित सभी पुलिस इकाईयों एवं रेंज पुलिस महानिरीक्षक के कार्यालयों में गठित होंगे जिनके माध्यम से कर्मचारियों की समस्याओं एवं उनके मानसिक उलझनों का निराकरण किया जा सके। इसअनुग्रह सेल में कर्मचारियों के स्थानान्तरण, पदोन्नति एवं नियुक्ति की समस्याओं को छोड़कर उनकी अन्य सभी प्रकार की पारिवारिक, विभागीय, व्यक्तिगत समस्याओं को सुना जाएगा एवं उन पर कार्यवाही की जाएगी ताकि कर्मचारी अपनी समस्याओं को लेकर मानसिक तनाव एवं आत्मघाती निर्णयों से स्वयं को दूर रख सकें।  

क्या होगा इसका फायदा:

इस सेल का सबसे बढ़िया लाभ तो जवानों को मिलेगा। ज्यादातर जवान लगातार एक जैसी ड्यूटी से ऊबकर तो कभी व्यक्तिगत समस्याओं के चलते आत्मघाती कदम उठा लेते थे। ऐसे में अगर अनुग्रह और मॉनिटरिंग सेल की नजर इन पर रहेगी। ये लोग उनकी समस्याओं को न सिर्फ संम­ोंगे बल्कि उसका सम्यक समाधान भी करने की पूरी कोशिश करेंगे।     Chhattisgarh से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें  Facebook पर Like करें, Twitter पर Follow करें  और Youtube  पर हमें subscribe करें।