रायपुर। आज शाम देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मैं हूं चौकीदार कार्यक्रम को दिल्ली में संबोधित किया। इसका प्रसारण 5 सौ अलग-अलग जगहों पर देखा और सुना गया। इसी कड़ी में एकात्म परिसर में नेताओं के साथ-साथ उनके निजी सुरक्षा में लगे चौकीदार भी मौजूद रहे। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को अब हुकुमदारों की जरूरत है। ऐसे में सवाल तो यही उठने लगा है कि क्या अगले चुनाव में सारे चौकीदार हुकुमदार हो जाएंगे? इसके अलावा राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह, गौरीशंकर अग्रवाल ,पवन इसके अलावा विष्णुदेव साय, रामसेवक पैकरा मौजूद है।
कौन होता है चौकीदार:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि वह एक चौकीदार के रूप में देश के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने यहां विपक्ष पर हमला किया करते हुए कहा कि कुछ लोग सोचते हैं कि जो यूनिफॉर्म पहनते हैं और जिनके गले में सीटी होती है वही चौकीदार हैं, लेकिन वास्तव में जो भी पूरी कर्मठता
के साथ देश की सेवा में लगा हुआ है वह सभी लोग चौकीदार हैं।
हुकुमदारों की बताई जरूरत:
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की जनता फिर से एक बार हमें देश की सेवा करने का मौका देने वाली है। मुझे खुशी है कि देश का युवा दूरदर्शिता रखते हैं। हम राजनेता तो अभी 11 को क्या होगा या 21 को क्या होगा इसी में लगे पड़े हैं और आप शपथ के विषय में सोच रहे हैं। देश की जनता को राजा-महाराजाओं की जरूरत नहीं है। देश की जनता को हुकुमदारों की जरूरत नहीं है बल्कि देश की जनता चौकीदार को पसंद करती है। ऐसे में लोग संभावना जता रहे हैं कि अगले चुनाव में चौकीदार की बजाय हुकुमदार का जुमला चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम में मौजूद छात्रों और लोगों से संवाद भी कर रहे हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से चलाए गए मैं भी चौकीदार अभियान के तहत पार्टी के कई
कद्दावर नेताओं ने अपने ट्विटर हैंडल पर नाम के आगे चौकीदार शब्द को जोड़ रखा है। Chhattisgarh से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebookपर Like करें, Twitter पर Follow करें और Youtube पर हमें subscribe करें।