रायपुर। छत्तीसगढ़ सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के पूर्व कमिश्नर को आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने 10 अप्रैल को तलब किया है। आईएएस टोप्पो को ये आदेश ईओडब्ल्यू ने जनसंपर्क विभाग में हुए घोटालों के संदर्भ में पूछताछ करने के लिए जारी किया गया है।

चुनावी ड्यूटी पर हैं नहीं आ सकते: टोप्पो

ईओडब्ल्यू की नोटिस पर आईएएस टोप्पो ने विभागीय अधिकारियों को सुचना भेजी है, कि वो चुनाव ड्यूटी में पदस्थ हैं। चुनावी कार्यों की व्यस्तता के कारण वे 10 अप्रैल को उपस्थित नहीं हो सकते हैं। ऐसे में देखना यही होगा कि ईओडब्ल्यू उनके खिलाफ क्या कदम उठाता है?

क्या है पूरा मामला:

दरअसल आइएएस राजेश सुकुमार टोप्पो को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का करीबी माना जाता है। उन्हें1 मई 2018 को जंनसंपर्क आयुक्त बनाया गया था। आईएएस टोप्पो पर आरोप है, कि उन्होंने शासकीय राशि को निजी खर्च के लिए इस्तेमाल किया। इसके साथ ही 4 हजार रुपए प्रति प्लेट की रेट से 16 लाख का खाना खिलाने, 11 लाख का कप प्लेट खरीदने, बिना अनुमति अवकाश पर जाने, ट्रैवल्स संचालकों को फायदा पहुंचाने, मीडियाकर्मी और विपक्ष के नेताओं की अश्लील सीडी बनावने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने और अपने चाहने वालों को विभाग में काम दिलाया है।

ईओडब्ल्यू के आईजी जीपी सिंह ने कहा कि जनसंपर्क में हुए भ्रष्टाचार को लेकर आईएएस सुकुमार टोप्पो से पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है। 10 मार्च को उन्हें कार्यालय में उपस्थित होना है। पूछताछ के बाद विस्तृत जानकारी दी जाएगी।

कैसे हुआ मामले का खुलासा:

इस मामले का खुलासा आरटीआई एक्टिविस्ट्स ने किया। इन लोगों ने इतने बड़े घोटाले की शिकायत राज्य सरकार और ईओडब्ल्यू से की। ईओडब्ल्यू ने उनकी ही शिकायतों को आधार माना और आइएएस राजेश सुकुमार टोप्पो को नोटिस जारी कर 10अप्रैल को तलब किया। तो वहीं आइएएस अफसर ने अपनी चुनावी ड्यूटी की मसरूफियत बताकर इससे बचने की कोशिश की है। ऐसे में देखना यही होगा कि ईओडब्ल्यू इस मामले में आगे क्या कार्यवाही करती है?

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