दंतेवाड़ा। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में शहीद 4 जवानों को अंतिम विदाई दी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि विधायक भीमा मंडावी ने अगर सुरक्षाबलों की बात मान ली होती तो आज वे हमारे बीच होते। तो वहीं उन्होंने कहा कि सरकार नक्सलवाद से सख्ती से निपटेगी। मामले की जांच करवाई जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। इसके साथ ही साथ उन्होंने प्रदेश के तेज तर्रार आईपीएस अमरेश मिश्रा को दंतेवाड़ा भेजा है। अमरेश मिश्रा पहले भी बस्तर में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उनको वहां की जानकारी भी है।

क्या है पूरा मामला:

दरअसल चुनाव से दो दिन पहले नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के बस्तर में एक बड़े हमले को अंजाम दिया। मंगलवार को ग्राम श्यामगिरी मेले में चुनाव प्रचार के बाद लौट रहे भाजपा विधायक भीमा मंडावी के वाहन को नक्सलियों ने आइईडी ब्लास्ट कर उड़ा दिया। इस हमले में मंडावी की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं उनके साथ वाहन में चल रहे चार सुरक्षा जवान शहीद हो गए। जिला मुख्यालय से करीब 70 किमी दूर कुआकोंडा ब्लॉक के श्यामगिरी में मंगलवार को वार्षिक मड़ई मेले का आयोजन किया गया था।

मंडावी इसी मेले में जनसंपर्क के लिए पहुंचे थे। यहां से छह किमी दूर नकुलनार के लिए निकले थे कि श्यामगिरी से बमुश्किल डेढ़ किलोमीटर दूर उनका बुलेटप्रूफ स्कार्पियो वाहन आइईडी की चपेट में आ गया। धमाके से डामर सड़क पर करीब पांच फीट गड्ढा हो गया। वाहन 20 फीट उछलकर तीन टुकड़ों में बंट गया। धमाके की आवाज भी दो किलोमीटर दूर तक सुनी गई। आज विधायक भीमा मंडावी को अंतिम विदाई दी जाएगी, जिसमें सीएम भूपेश बघेल समेत कई भाजपा के भी कई बड़े नेता शामिल होंगे।

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