किताबों के बजाए हिंसा की शिक्षा :
उल्लेखनीय है कि इन पोटाकेबिनों में रह कर पढ़ने वाले कई छात्रों को नक्सलियों ने अपना शिकार बना रखा है। इस संबंध में दंतेवाड़ा जिला के अंतर्गत कुआकोंडा पोटाकेबिन के छात्र को पकड़े जाने के बाद पुलिस ने ऐसे मामलों की जांच में तेजी लाई है और बच्चे के पास से जब्त हुए मोबाइल को सायबर सेल में रखा गया है। इस संबंध में जिलाधीश दंतेवाड़ा टोपेश्वर वर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि ऐसे मामलों पर रोक लगाने ट्राइबल व शिक्षा विभाग को जरूरी निर्देश दिए गए हैं। इसी सिलसिले में बीईओ, बीआरसी, अधीक्षकों की भी बैठक ली जा रही है। एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि नक्सली स्कूल में पढऩे वाले व केबिन छोड़ चुके तथा पढ़ाई छोड़ चुके मासूम बच्चों का भविष्य बनाने के बजाय उनके बचपन को हिंसा की आग में झोंक रहे हैं।हथियार चलाने का दे रहे प्रशिक्षण :
पिछले कई दिनों से कुछ ऐसी घटनाएं सामने आई जिनमें बच्चों की संलग्रता को देखा गया। क्षेत्र के कासोली में बस को आग के हवाले करने की घटना में शामिल करीब 19 साल की नक्सली पकड़ाई थी। यह नक्सली युवती कन्या आश्रम की छात्रा थी। इसी ने पूछताछ में जानकारी दी थी कि आश्रम व छात्रावासों में रहने वालेSee also अमित की बिगड़ती तबियत को लेकर चिंता में ऋचा जोगी, लगाई ये गुहार लेकिन कोई नहीं सुन रहा पुकार