रायपुर। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के दौरान आबकारी विभाग में संविदा में रहते हुए विवादों से घिरे समुंद्र सिंह के रायपुर और बिलासपुर स्थित ठिकानों पर ईओडब्ल्यू ने शुक्रवार की सुबह छापेमार कार्रवाई की। समुंद्र सिंह के खिलाफ कांग्रेस नेता नितिन भंसाली ने 119 पेज के दस्तावेजो के साथ 22 फरवरी 2019 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और ईओडब्ल्यू से की थी।   ईओडब्ल्यू ने समुंद्र सिंह के रायपुर में देवेंद्र नगर स्थित शासकीय आवास, देवपुरी स्थित रावतपुरा कॉलोनी समेत बोरियाकलां स्थित मकान और बिलासपुर के नेहरू नगर स्थित आवास में तड़के ईओडब्ल्यू ने कार्रवाई शुरू कर दी है। नितिन भंसाली ने अपनी शिकायत में बीजेपी शासनकाल में 9 वर्षों तक आबकारी विभाग में संविदा में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी के तौर पर पदस्थ रहते हुए लिकर पॉलिसी, शराब बिक्री, प्रॉफिट मार्जिन, निम्न श्रेणी की शराब को आईएमएल की केटेगरी में रखते हुए शराब ठेकेदारों ओर निर्माताओं को लाभ देने, कर चोरी करने के संबंध में लगभग 5 हजार करोड़ रुपए के घोटाला करने का आरोप लगाया है।   ईओडब्ल्यू ने इसी शिकायत के आधार पर कार्रवाई की। बताया गया कि ईओडब्ल्यू ने राजधानी के बोरियाकला स्थित मकान नम्बर पीपल 172 में छापा मारा है, जो सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नागपुर में पदस्थ एक विजलेंस अधिकारी का है। यहां समुंद्र सिंह लगातार आया जाया करता था। मकान में ईओडब्ल्यू की टीम दस्तावेजों की जांच कर जब्ती की कार्रवाई कर रही है, समुन्द्र सिंह राज्य में सरकार बदलते ही अपना इस्तीफा सौंपकर नदारद हैं।   Chhattisgarh से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें  Facebook पर Like करें, Twitter पर Follow करें  और Youtube  पर हमें subscribe करें।