बीजापुर। छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर शनिवार की रात हुए नक्सली हमले में शहीद दोनों जवानों अरविंद मिंज और सुक्खू हपका की मृतदेह को रविवार को सुबह बीजापुर मुख्यालय लाया गया। जहां उन्हें गार्ड आॅफ आॅनर दिया गया। तो वहीं खबर आई कि इस हमले में घायल ग्रामीण की भी मौत हो गई है। उसकी पीठ में गोली लगी थी। इसके बाद शहीदों के शव उनके गृहग्राम भेजा गया। शहीद जवान अरविंद मिंज जशपुर और सुक्खू हपका बीजापुर के गुमरा के निवासी थे। अरविंद मिंज के ताबूत को लेकर हेलीकॉप्टर रवाना हो गया। तो वहीं सुक्खू का ताबूत सड़क मार्ग से भेजा गया।  

श्रध्दांजलि देते वक्त भावुक हुई महिलाएं:

बीजापुर पुलिस मुख्यालय में जब देश के जांबाज बेटों को आखिरी विदाई दी जा रही थी। उस वक्त बड़ी तादाद में महिलाओं ने भी अपने शहीद भाइयों को आखिरी विदाई दी। इस दौरान महिलाएं लगातार भावुक होती जा रही थीं। उनको बड़ी मुश्किल से संभाला गया।

क्या था पूरा मामला:

दरअसल, छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर पामेड़ इलाके में तोंगगुड़ा कैंप के नजदीक शनिवार की रात को घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग कर दी। पुलिस बल के दोनों जवान कैंप से बाहर कुछ काम से निकले थे। कैंप के बाहर जवानों पर पहले गोलियां बरसाई गईं, फिर गला रेतकर हत्या कर दी गई। इसके बाद पुलिस की ओर से भी नक्सलियों पर फायरिंग की गई। हालांकि जंगल का आड़ लेकर नक्सली फरार हो गए। वहीं क्रास फायरिंग में घायल ग्रामीण कवासी इत्ता पामेड़ के गादीगुडम का निवासी था। उसकी पीठ में गोली लगी थी। जिसके बाद उसे उपचार के लिए उसे उपचार के लिए तेलंगाना के भद्राचलम स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान रविवार को उसने दम तोड़ दिया।     Chhattisgarh से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें  Facebook पर Like करें, Twitter पर Follow करें  और Youtube  पर हमें subscribe करें।