रायपुर। रेल मंडल के 5 स्टेशनों में रेलवे ने क्विक रिस्पांस कोड ( क्यूआर कोड ) की शुरुआत है। इससे यात्रियों को लंबी लाइन में लगने से छुटकारा मिलेगा। यात्रियों को सुविधा दिलाने के लिए रेलवे ने पेपर लेस अनारक्षित टिकट की व्यवस्था शुरू की है। यात्री इस कोड को टिकट यूटीएस ऑन मोबाइल एप से निकाल सकते हैं। इस व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य रेलवे को हाईटेक करना है। साथ ही यात्रियों को टिकट हेतु होने वाली परेशानी को भी दूर करना है।

क्यूआर कोड से यात्रियों को राहत

यात्रियों को छोटी दूरी की यात्रा के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। मगर अब टिकट के लिए लंबी लाइन से यात्रियों को आराम मिलेगा। यात्री क्यूआर कोड के जरिए रायपुर मंडल के 5 स्टेशन रायपुर, दुर्ग, भिलाई पावर हाउस, भाटापारा और तिल्दा नेवरा में टिकट बना सकते हैं। इसके माध्यम से स्टेशन परिसर में ही मोबाइल से टिकट बनाए जा सकते हैं।

 बने हैं सहायता केंद्र

यह एप एंड्राइड और आईओएस मोबाइल फोन के लिए उपलब्ध है। अनारक्षित टिकट के लिए यूटीएस और मोबाइल एप को बढ़ावा देने के लिए स्टेशनों पर सहायता केंद्र बनाए गए हैं।

गूगल प्ले स्टोर में उपलब्ध है एप

यात्री अनारक्षित टिकट यूटीएस आन मोबाइल एप गूगल प्ले स्टोर और आईओएस एप स्टोर में उपलब्ध है। इसमें मौजूद हेल्प देश की सहायता से यात्री मोबाइल एप से जुड़ी सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

1 लाख से ज्यादा यात्रियों ने लिया टिकट

अप्रैल 2019 में इस मोबाइल ऐप के जरिए लगभग 1 लाख 7 हजार यात्रियों ने यात्रा की है। यात्रियों की संख्या अप्रैल के समस्त अनारक्षित वर्ग का 4.8% है। राजस्व के मामले में ये अप्रैल में अनारक्षित टिकट से प्राप्त कुल राजस्व का 1.15 प्रतिशत है। रेलवे के सीनियर डीसीएम के अनुसार इस वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही तक अनारक्षित टिकट से प्राप्त होने वाले राजस्व का 5% और यात्री संख्या का 10 से 15% प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है।