रायपुर। राजधानी रायपुर में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा का दौर दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी है। स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव बड़े होटल में प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों और सिविल सर्जन्स के साथ अस्पतालों की व्यवस्था एवं वहां उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा कर रहे हैं। इस दौरान मेडिकल कॉलेज में व्यवस्थाओं की जानकारी लेंगे। इसी के साथ वे कंट्रोलर, फूड व ड्रग्स के कार्यों की भी समीक्षा करेंगे।

सोमवार को हुई बैठक के दौरान यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम की शुरूआत पांच विकासखंडों में किए जाने की घोषणा की गई। बस्तर जिले के बकावंड, दुर्ग के पाटन, महासमुंद के बागबहरा, कोरबा के करतला और सरगुजा जिले के लुंड्रा विकासखंड को पायलट प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने इन जिलों में मौजूदा स्वास्थ्य सेवाओं व मानव संसाधन, उपकरणों और दवाईयों की उपलब्धता पर समीक्षा की।

बैठक में श्री सिंहदेव ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि पायलट प्रोजेक्ट वाले विकासखंडों में जांच की सुविधा एवं दवाईयां की उपलब्धता शत-प्रतिशत सुनिश्चित कर ली जाए। वर्तमान में हेल्थ सेंटर तैयार करने का काम तेजी से किया जा रहा है। आज की बैठक में स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारीक, प्रियंका शुक्ला, हेल्थ डॉयरेक्टर शिखा राजपूत तिवारी सहित प्रदेश भर से तमाम सीएमएचओ, सिविल सर्जन, डीपीएम सहित स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं।

आपको बता दें कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम की शुरूआत करना है। यदि वित्त संबंधी कोई गंभीर स्थिति नहीं आती है तो प्रदेश के हर नागरिक को यूनिवर्सल हेल्थ प्रोजेक्ट लागू करने में सरकार को सफलता मिलेगी। साथ ही लोगों को बेहतर स्वास्थ्य का अधिकार भी मिलेगा। मेडिकल कॉलेज संबंधित अस्पताल या सरकारी अस्पतालों से आए दिन विवादों की शिकायत आती हैं। इसे दूर करने का रास्ता भी बैठक के दौरान निकाल लिया गया है।