रायपुर। प्रदेश में बहुचर्चित अंतागढ़ टेपकांड मामले की जांच ने अब रफ्तार पकड़ ली है। पुलिस ने इस मामले के कथित आरोपियों के बयान हेतु नोटिस जारी किया है। सभी आरोपियों को 24 जून को SIT ऑफिस में पेश होना होगा। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में कार्रवाई करते हुए तथाकथित आरोपियों के खिलाफ शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज किया गया था। उन्हें पुनः बयान के लिए बुलाया जा रहा है। आरोपियों से टेपकांड मामले में पूछताछ की जाएगी।

अंतागढ़ टेपकांड मामले में किरणमई नायक की शिकायत पर पंडरी थाने में मंतूराम पवार, पूर्व मंत्री राजेश मूणत, जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी, डॉ. पुनीत गुप्ता, पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। IPC 1860 की धारा 406, 420 171-ई, 171-एफ, 120-बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 9 और 13 के तहत भी मामला दर्ज है।

क्या था मामला

साल 2014 में अंतागढ़ के तत्कालीन विधायक विक्रम उसेंडी ने लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दिया था। इसके बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने पूर्व विधायक मंतू राम पवार को प्रत्याशी बनाया था। वहीं भाजपा से भोजराम नाग खड़े हुए थे। अंतिम समय पर कांग्रेस के प्रत्याशी मंतूराम ने अपना नामांकन वापस ले लिया था। जिसके चलते भाजपा को एक तरह से वाकओवर मिल गया था।

कुछ समय बाद फिरोज सिद्दीकी नाम से एक व्यक्ति का फोन कॉल वायरल हुआ था। इसमें आरोप लगे थे कि कांग्रेस में रहे पूर्व सीएम अजीत जोगी के पुत्र अमित जोगी ने मंतू की नाम वापसी कराई। टेपकांड में कथित रूप से अमित जोगी और तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता के बीच हुई बातचीत के अंश बताए जा रहे हैं।