-अवधेश शर्मा
जगदलपुर। नगर निगम ने अमृत योजना के तहत बारिश में सड़कों की जेसीबी से खुदाई कर दी। जगह-जगह गड्ढे कर यूं ही खुला छोड़ दिया। प्रशासन की इसी लापरवाही से नाराज वरिष्ठ अधिवक्ता संकलप दुबे ने न्यायालय में याचिका दायर की है। उसमें मुख्य सचिव, कलेक्टर, निगमायुक्त, महापौर और विधायक को पार्टी बनाया है।

गुरुवार को ये जानकारी संकल्प दुबे ने दूरभाष पर दी। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव को इस लिए पार्टी बनाया क्योंकि वे प्रदेश के सारे अधिकारियों के सुप्रीम बॉस हैं। उन्हें इनकी लापरवाहियों का पता रहना चाहिए।

कलेक्टर को इसलिए कि उनकी नाक के नीचे गलत काम हो रहा है तो वे चुप क्यों हैं? निगमायुक्त को इस लिए कि उनकी जिम्मेदारी है शहर को स्वच्छ रखने की। महापौर और विधायक को इस लिए क्योंकि जनता ने आपको इसी काम के लिए वोट देकर चुना है, और आप अपना दायित्व नहीं निभा रहे हो।


अमृत जल योजना की कार्य प्रणाली पर उठाए सवाल:

अधिवक्ता संकल्प दुबे ने बताया कि अमृत जल योजना की कार्यप्रणाली पर उन्होंने सवाल उठाए हैं, साथ ही बारिश में कीचड़ और दुर्घटनाओं के होने पर नाराजगी व्यक्त की है। दुबे ने कहा कि अमृत जल योजना का कार्य योजनाबध्द तरीके से नहीं चल रहा है, जिसकी जानकारी उन्होंने न्यायालय के माध्यम से मांगने का प्रयास किया है।

अधिवक्ता ने कहा कि ठेकेदार और विभाग द्वारा खुदाई करके गड्ढे कर दिए गए हैं लेकिन काम पूर्ण करने के साथ-साथ वापस सड़क को पहले जैसा नहीं किया जा रहा है। इसके कारण कई बार दुर्घटनाएं होती जा रही हैं।


महापौर और विधायक को बनाया पार्टी:

इसके साथ ही संकल्प दुबे ने विधायक और महापौर को भी इस केस में पार्टी बनाया है। उन्होंने कहा कि विधायक रेखचंद जैन और महापौर जतिन जयसवाल जगदलपुर से निर्वाचित हैं और वह अपने कार्य के प्रति संवेदनशील नहीं हैं, साथ ही जिम्मेदारियों से भी भागते नजर आ रहे हैं।

एक जनप्रतिनिधि के रूप में उन्हें जनता की समस्याओं का समाधान करवाना चाहिए, इसलिए उन्हें भी पार्टी बनाया गया है। पूरे मामले में विधायक रेखचंद जैन ने नगर निगम से तत्काल बात कर कार्य को समय सीमा के अंदर पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं, साथ ही जनता के हित में हर प्रकार के कार्य करने का आश्वासन भी दिया है।


क्यों वरिष्ठ अधिवक्ता को आया गुस्सा:

दरअसल इन दिनों जगदलपुर में जगह-जगह पर बड़े-बड़े गड्ढे कर दिए गए हैं साथ ही अमृत जल योजना का कार्य भी सही प्लानिंग से नहीं किया जा रहा है। कई जगह गड्ढे खोदकर छोड़ दिए गए हैं वहीं कई जगहों पर पाइप बिछाने के बाद भी सड़क को पहले जैसा नहीं किया गया है जिसके कारण लगातार दुर्घटनाएं होती हैं।

 

Chhattisgarh से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें 

Facebook पर Like करें, Twitter पर Follow करें  और Youtube  पर हमें subscribe करें।