रायपुर। प्रदेश के अब एचआईवी (HIV) पॉजिटिव मरीजों के लिए दो करोड़ की लागत से वायरल लोड टेस्टिंग मशीन  (viral load testing machine) पं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज  ( Pt. Jawaharlal Nehru Medical College ) में लगाई गई है।  इस मशीन से मरीजों की निःशुल्क जांच की जाएगी। इस मशीन के आने के बाद मरीजों के ब्लड सेंपल कोलकाता और मुंबई नहीं भेजने पड़ेंगे। 11 जुलाई को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव टेस्टिंग सेंटर का शुभारंभ करेंगे।

मेडिकल कॉलेज रायपुर (medical college raipur) में वायरल लोड टेस्टिंग मशीन लगने के बाद अब एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों के शरीर में वायरल लोड की जांच रायपुर (Raipur ) में ही हो जाएगी। इस तकनीक से एचआईवी (HIV) वायरल के लोड की जांच होती है। नई वायरल लोड टेस्टिंग मशीन (viral load testing machine) से शरीर में एचआईवी वायरस (virus) के स्तर की सहीं जांच की जा सकती है।

उपचार की मिलेगी सहीं जानकारी

वर्तमान में ली जा रही दवाइयों का शरीर में कितना असर हो रहा और जीवनभर एंटी रिट्रोवायरल थैरेपी (HRT) लेने वाले एचआईवी संक्रमितों पर उपचार कितना प्रभावी हो रहा है, यह जानने में इस मशीन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

छत्तीसगढ़ की पहली और एकमात्र मशीन

राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (NACO) ने सभी राज्यों को एचआईवी (HIV) वायरल लोड टेस्टिंग मशीन दी है। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) में यह पहली और एकमात्र मशीन है जिससे एड्स (Aids) पीड़ितों में एचआईवी संक्रमण की गंभीरता की मात्रात्मक जानकारी मिल सकेगी। एचआईवी संक्रमितों की बेहतर देखभाल और उनके इलाज के प्रभावी प्रबंधन में यह सेंटर बेहद कारगर साबित होगा। छत्तीसगढ़ में एचआईवी पीडि़तों के लिए नि:शुल्क सेवाओं और इलाज का दायरा बढऩे के साथ ही उनकी जीवन प्रत्याशा बढ़ाने में वायरल लोड टेस्टिंग सेंटर से खासी मदद मिलेगी।

देश भर में केवल 24 मशीन

वायरल लोड टेस्टिंग मशीन  (viral load testing machine) देश भर में केवल 24 है। राष्ट्रीय एड्स ( AIDS ) नियंत्रण संस्था के आंकड़ों के मुताबिक देश भर के सभी राज्यों में उक्त मशीन की आवश्यकता है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर संस्था ने सभी राज्यों को मशीन देने की बात कही है। नेशनल एड्स कंट्रोल बोर्ड के अनुसार 45 हजार मरीज एचआईवी से पीड़ित हैं। वहीं उनमें 25 हजार ऐसे मरीज हैं, जिनकी पुष्टि और जांच हो चुकी है। उक्त मरीजों को दवाइयों से लाभ हो रहा है या नहीं, इसकी जांच आसानी से मशीन से की जा सकेगी।

 

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