रायपुर। राज्य सरकार के अंडे के फंडे (funda of egg)को लेकर संडे (sunday)को कबीरपंथ के लोगों ने दोटूक लहजे में चेताया। कबीरपंथ के अनुयायियों ने कहा कि अगर अंडे(eggs) बांटना बंद नहीं किया गया तो 17 जुलाई से फजीहत(problems) होनी शुरू हो जाएगी। हम दामाखेड़ा रायपुर बिलासपुर नेशनल हाईवे के अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे। जरूरत पड़ी तो रेल रोकेंगे लेकिन अंडा नहीं बंटने देंगे। आंगनबाड़ी के बच्चे अंडा और आलू का फर्क समझ नहीं पाते वो धोखे में आलू समझकर अंडे(egg) को खा सकते हैं।
फेल हुई सर्किट हाउस की बैठक:
अंडे के फंडे को लेकर संडे को सर्किट हाउस में लगभग घंटे भर चली बैठक बेनतीजा खत्म हुई। इसमें मंत्री ताम्रध्वज साहू, शिव डहरिया, प्रेमसाय सिंह टेकाम और अनिला भेड़िया शामिल थे। बैठक के बाद स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में 46 फीसदी बच्चे कुपोषण का शिकार हैं। कबीर पंथी समाज से चर्चा हुई है उनकी बातों को हमने सुना है और इस संबंध में मुख्यमंत्री से बात कर निर्णय लेंगे। उन्होंने अंडे को मेनू से हटाने को कहा है।
अंडे से ज्यादा सोयाबीन में प्रोटीन:
कबीर पंथी समाज के लोगों के सामने मंत्रियों ने तर्क दिया कि अंडे में प्रोटीन ज्यादा होती है। तो वहीं कबीरपंथी समाज के लोगों ने कहा कि उससे ज्यादा प्रोटीन तो सोयाबीन में होती है। अब आगे से शालाओं में अंडे बटेंगे या फिर सोयाबीन की सब्जी, फैसला सरकार को करना है। ऐसे में अगर मामले को लेकर ज्यादा लेट लतीफी की गई तो फजीहत होनी शुरू हो जाएगी।
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