रायपुर। कोरबा जिले के कटघोरा जेल ब्रेक मामले में बीजेपी की जांच कमेटी ने पार्टी को रिपोर्ट सौंपी है। बीजेपी ने इस रिपोर्ट के साथ प्रेस कॉफ्रेंस का भी आयोजन किया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ( Dharam LaL Kaushik ) ने कहा कि विचाराधीन कैदी की मौत पर भाजपा विधायक दल ने जांच रिपोर्ट सौंपी है। जिसमें रमेश कुमार की पुलिस कस्टडी में हत्या होने की बात सामने आई है। विधायक ननकी राम कवर की अध्यक्षता में जांच की गई है।
धरमलाल कौशिक ने आरोप लगाते हुए कहा कि नई सरकार में कस्टोडियल जेल में डेथ का यह मामला नया नहीं है। इस पर विराम नहीं लग रहा, न ही सरकार इसे गम्भीरता से ले रही है। आने वाले समय में इसे विधानसभा में उठाया जाएगा।
छत से दौड़ कर 30 फीट उंची दिवार फांदना असंभव
कटघोरा जेल ब्रेक मामले में विधायक सौरभ सिंह ( Saurabh Singh ) ने बताया कि पुलिस के अनुसार विचाराधीन कैदी रमेश कुमार और अशोक कुमार जेल से भागने का प्रयास कर रहे थे। जेल की 30 फीट ऊंची दीवार फांदते समय गिरने से दोनों घायल हो गए। जिसमें रमेश कुमार की मौत हो गई। सौरभ सिंह का कहना है कि विचाराधीन कैदियों द्वारा बैरक की छत से दौड़ कर दीवार फांदना असम्भव है। बैरक से दीवार की दूरी 30 फीट से ज्यादा होती है।
पुलिस दोनों आरोपी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गई, जहाँ से रमेश कुमार को ये कहकर वापस जेल ले गई कि रमेश कुमार ठीक है। वहीं 9 घंटे बाद रमेश की मौत हो जाती है। जांच में ये पाया गया है कि रमेश की कस्टडी में हत्या हुई है। अब भाजपा ने इस मामले में जांच की मांग की है।
आपको बता दें कि इस जांच कमेटी में पूर्व सांसद डॉक्टर बंसीलाल महतो, पूर्व गृह मंत्री एवं रामपुर विधायक ननकीराम कंवर समेत स्थानीय नेता शामिल थे। रमेश कुमार की 13 जुलाई को जेल की दीवार फंदते समय गिरकर मौत हो गई थी।