रायपुर। राजधानी के शास्त्री चौक से टाटीबंध(shastri crossing to tatibandh) तक लाइट रेल (light rail)चलेगी। शुक्रवार को ये जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय(office of chiefminister )के जानकार सूत्रों ने दी। उन्होंने बताया कि  मुंबई की कंपनी नुआम टेक्नोप्रन्योर  कंपनी ने यह प्रस्ताव प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल(cm bhupesh baghel) को दिया है। इस पर राज्य सरकार(state government) विचार कर रही है। तो वहीं दूसरी ओर जापान की कंपनी निप्पान ने छत्तीसगढ़ में व्यवसाय करने की इच्छा जताई है। टीआरपी ने पहले ही उम्मीद जताई थी कि प्रदेश में जापान नि: संदेह व्यवसाय करना चाहेगा। इसके लिए सारा जरूरी इंफ्रास्टक्चर मौजूद है। ऐसे में अब गेंद राज्य सरकार के पाले में है। ऐसे में देखना ये होगा कि राज्य सरकार के साथ ये प्रतिनिधि मंडल और कौन-कौन से समझौते करता है? इससे एक ओर जहां छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार मिलेगा तो वहीं प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी इससे मजबूत होगी।
महानगरों की तर्ज पर चलेगी यातायात व्यवस्था:
लाइट रेल के आ जाने से एक ओर जहां यातायात व्यवस्था में सुधार आएगा। तो वहीं शहर में वाहनों की भरमार से भी लोगों को राहत मिलेगी। इसके अलावा प्रदूषण से भी लोगों को काफी राहत महसूस होगी। ऐसे में अगर ये प्रयोग सफल रहा तो इसका प्रयोग दूसरे जिलों में भी किया जा सकता है।

मुंबई की कंपनी नुआम टेक्नोप्रन्योर के अधिकारियों ने बताया कि लाइट रेल सिस्टम रूस की तकनीक पर आधारित है। यह रेल बैटरी चलित है। इस रेल में आठ बोगी रहती है, जो एलिवेटेड रूट पर चलती है, आठ बोगी के रेल में एक हजार 68 लोग यात्रा कर सकते हैं।

सड़क हादसों में आएगी कमी:
लाइट रेल के चलने से एक ओर जहां शहर में लगने वाली दोपहिया वाहनों की भीड़ में कमी आएगी। तो वहीं सड़क हादसों में भी काफी हद तक कमी आएगी। शहर में सहज, सरल और सुगम यातायात व्यवस्था लोगों को मिलेगी। इससे लोग आसानी से एक जगह से दूसरी जगह पर जा सकेंगे।

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