रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विकास तिवारी() को 7 अगस्त को प्रमुख सचिव रेणु पिल्ले(Principal Secretary Renu Pillay) ने मंत्रालय तलब किया है। प्रमुख सचिव कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विकास ने पत्र भेजकर उनको यास्मिन सिंह (yasmin singh)तत्कालीन संचालक, प्रचार-प्रसार एवं क्षमता वर्धन की संविदा नियुक्ति(contractual appointment) के विरुध्द की गई शिकायत के संबंध में जानकारी के लिए बुलाया है। शुक्रवार को ये जानकारी खुद विकास तिवारी ने दी। उन्होंने बताया कि उनको सूचना के अधिकार के तहत जानकारी दी गई थी कि यास्मिन सिंह (yasmin singh)की संविदा नियुक्ति(contractual appointment ) के कोई दस्तावेज शासन के पास नहीं हैं। उसके बाद इन्होंने इसकी शिकायत सक्षम अधिकारियों से की थी।


क्या है आरोप:
विकास तिवारी ने टीआरपी को बताया कि यास्मिन सिंह (yasmin singh)के इंटरनेट पर उपलब्ध प्रोफाइल (Profile)के अनुसार वे देश की प्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना हैं। कई वर्षों में उनके द्वारा देश के अनेक भागों में परफॉर्मेंस दिए जाने का विवरण दर्ज है। वे पूर्णकालीन कत्थक नृत्यांगना (Full-time kathak dancer) हैं। उनके द्वारा कोई भी शासकीय कार्य नहीं किया गया है। यास्मिन सिंह की नियुक्ति लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में नवंबर 2005 में की गई थी। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में उनकी नियुक्ति संचालक संचार क्षमता विकास इकाई (सीसीडीयू) में संविदा आधार पर की गई थी। उनको इस पर बिना योग्यता के सिर्फ अमन सिंह की पत्नी के कारण चयनित किया गया था। नियुक्ति के समय उन्हें प्रतिमाह 35000 रुपए का मानदेय तय हुआ था। उसको चुपचाप बढ़ाकर प्रतिमाह 100000 प्रतिमा कर दिया गया।

 

यास्मिन सिंह 14 वर्ष संविदा अधिकारी के रूप में कार्यरत थीं, लेकिन उनका ज्यादातर कार्य नृत्यांगना के रूप में प्रचारित होता था। उन्हें तत्कालीन राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के द्वारा अत्यधिक मानदेय पर नित्य हेतु आमंत्रित किया जाता था। जब छत्तीसगढ़ के एक वरिष्ठ कलाकार काम के लिए तरसते थे उन्हें एक कार्यक्रम के लिए डेढ़ से दो लाख तक दिया जाता था। इन्हीं सारी बातों की शिकायत कांग्रेस प्रवक्ता ने शासन से की थी। इसके संदर्भ में उनको मंत्रालय तलब किया गया है।

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