रायपुर। राज्य सरकार (state government) ने संविदा कर्मियों का वेतन 10 से 15 फीसदी बढ़ा दिया । अब नए पुनरीक्षित वेतनमान(Revised pay scale ) के हिसाब से सबसे लोवर लेबल का वेतन 11,360 रुपए और सबसे ज्यादा 94, 430 रुपए होगा। ऐसे में लोग तो यही कहेंगे न कि बढ गया वेतनमान… लो मौज करो संविदा वाले श्रीमान।

पूरा माजरा यूं समझिए:

दरअसल सरकार ने संविदा वेतन का पुनरीक्षण(revised) करते हुए संविदा(contract) में पोस्टेड अधिकारियों, कर्मचारियों के एकमुश्त वेतन में 10 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है। फायनेंस विभाग ने आज इसका आदेश भी जारी कर दिया है। विभाग ने लिखा है कि छत्तीसगढ़ संविदा नियम 2012 में मिली शक्तियों के आधार पर वेतन का पुनरीक्षण किया गया है। विभाग ने राज्य के सभी विभागों, कमिश्नरों, कलेटरों, राजस्व मंडल को आदेश भेजकर इसे एक जुलाई 2019 से इसे प्रभावशील करने कहा है।

पुनरीक्षित वेतनमान के अनुसार अब सबसे लोवर लेवल का वेतना 11360 रुपए होगा और सबसे हायर लेवल पर 94430 रुपए होगा। यानि पिछली बार की तुलना में 10 से 15 फीसदी की यह वृद्धि होगी।

एडिशनल चीफ सिकरेट्री फायनेंस (Additional chief security finance) अमिताभ जैन ने बताया कि हर दो-तीन साल में महंगाई को देखते संविदा वेतन का निर्धारण किया जाता है। पिछले बार 2017 में वृद्धि की गई थी।

संविदा कर्मचारियों में खुशी की लहर:

नया आदेश जारी होते ही संविदा कर्मचारियों में खुशी की लहर फैल गई है। लोग एक दूसरे को बधाइयां दे रहे हैं। कुछेक लोगों ने तो मिठाइयां भी बांटी। पहले संविदा कर्मचारियों का वेतनमान काफी कम हुआ करता था। यहां वेतन उन्हीं का बढता था जिनके ऊपर शासन-प्रशासन के किसी बड़े अधिकारी अथवा किसी नेता का हाथ होता था। इससे इतर राज्य सरकार ने एक ही बार में सीधे 10 से 15 फीसदी वेतन बढ़ा कर इन लोगों को हरेली तिहार का तोहफा दिया है। इससे प्रदेश के संविदा कर्मियों में खुशी का माहौल देखा जा रहा है।

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