नई दिल्ली। भारत(India)ने ओडिशा के चांदीपुर परीक्षण रेंज से आज सुबह 11:05 बजे हर मौसम में काम करने वाली जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल (missile) का परीक्षण किया। इसे एक ट्रक पर इंस्टाल्ड कैनिस्टर लांचर (Canister Launcher) से दागा गया। इसका विकास रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने किया है। इसको आल-वेदर और आल-टेरेन क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-एयर मिसाइल (All-Weather and All-Terrain Quick Reaction Surface-to-Air Missiles) कहा जाता है।

क्या हैं मिसाइल की खासियतें:
डीआरडीओ के सूत्रों ने बताया कि आल-वेदर और आल-टेरेन मिसाइल (All-Weather and All-Terrain Missiles) को एक ट्रक पर लगाया जा सकता है और एक कैनिस्टर में रखा जा सकता है। साथ ही यह इलेक्ट्रॉनिक काउंटर सिस्टम से लैस है, जिससे यह एयरक्राफ्ट रडार(Aircraft radar) के जैमर (Jammer) के खिलाफ भी जाकर मार कर सकती है। सूत्रों ने कहा कि दफरअट ठोस-ईंधन प्रणोदक का उपयोग करता है और इसकी रेंज 25-30 किमी है।
पहला परीक्षण कब हुआ:
QRSM का पहला परीक्षण 4 जून, 2017 को हुआ था। इसके बाद 26 फरवरी, 2019 को एक ही दिन सफलतापूर्वक दो राउंड के ट्रायल किए गए। दो मिसाइलों का परीक्षण विभिन्न ऊंचाई और स्थितियों के लिए किया गया था। सूत्रों ने कहा कि परीक्षण उड़ानों ने अपने वायुगतिकी, प्रणोदन, संरचनात्मक प्रदर्शन और उच्च पैंतरेबाजी क्षमताओं का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया था।
दुश्मन की मिसाइल को चकमा देने में माहिर:
इस मिसाइल की खासियत ये भी है कि ये दुश्मन की मिसाइल को चकमा देकर अपना टॉरगेट हिट करने में माहिर है। हवा में इसकी पैंतरेबाजी का कोई जवाब नहीं। ऐसे में ये मिसाइल हर मौसम में न सिर्फ फायर की जा सकेगी, बल्कि अपने दुश्मनों की कमर तोड़ने का भी काम बखूबी करेगी।