रायपुर। कांग्रेस (congress) की शराबबंदी कमेटी (Congress Committee for Anti alcoholism) पर ही विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष (Leader of the Opposition in the Legislative Assembly) धरमलाल कौशिक और जकांछ जे के संस्थापक (founder of jccj)अजीत जोगी ने इसको औचित्यहीन बताया है। इन दोनों ही नेताओं का कहना है कि जब कांग्रेस(congress) ने अपने घोषणा पत्र (Manifesto) में इसकी घोषणा कर दी थी, तो उसे भी बंद कर देना चाहिए। अब इस पर कमेटी (Committee) बनाकर लोगों को अंधेरे में क्यों रखा जा रहा है? कांग्रेस की इस कमेटी में कांग्रेस के 8 और बसपा के 1 सदस्य समेत कुल 9 लोग शामिल हैं। कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा को इसका अध्यक्ष बनाया गया है

वहीं जकांछ जे के संस्थापक अजीत जोगी ने इसको शराबबंद न करने की कमेटी बताया है। उन्होंने साफ लफ्जों में कहा कि अगर कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में शराबबंदी की घोषणा की थी तो उसमें कमेटी बनाने का कोई औचित्य ही नहीं है। 2500 रुपए प्रति क्विंटल धान खरीदने की बात कही थी किया,किसानों की कर्जमाफी की बात कही थी वो भी किया। तो फिर अब शराबबंदी पर कमेटी क्यों बना रहे हैं? क्या उपरोक्त मामलों के लिए भी कोई कमेटी बनाई क्या? इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार की मंशा राज्य में शराबबंदी करने की नहीं है। इसी लिए समय बिताने के लिए कमेटी बनाने का स्वांग किया जा रहा है। ऐसे में कमेटी को हथियार न बनाया जाए। सीधे-सीधे शराबबंदी करें, और लोगों को बताएं कि उन्होंने अपना वो वादा भी निभा दिया है।

किसी जिम्मेदार व्यक्ति ने नहीं की बात : नेता प्रतिपक्ष
राज्य की विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि अगर कांग्रेस ने इस बात को अपने घोषणा पत्र में शामिल किया था तो उनको इसको भी तत्काल बंद कर देना चाहिए था। अब अगर वो ऐसा न कर के कमेटी बनाने में समय जाया कर रहे हैं तो यह पूरी तरह से इनकी कमजोर इच्छाशक्ति को दर्शाता है। रही बात सदस्यों के नाम की तो इस विषय में कांग्रेस की ओर से किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति ने मुझसे बात नहीं की है। अगर बात की गई होती तो मैं इस बारे में भी जरूर सोचता। जब कि इससे पहले भी एक कमेटी कांग्रेस ने बनाई थी। उसकी कोई भी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई। तो पहले तो उस रिपोर्ट को इन्हें सार्वजनिक करना चाहिए।

दोनों पार्टियों से करेंगे बात: सत्यनारायण शर्मा
शराबबंदी कमेटी के अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि वे इस संदर्भ में भाजपा और जकांछ जे के जिम्मेदार नेताओं से बातचीत करेंगे। इसके बाद पूरी कोशिश की जाएगी कि सभी लोग मिल बैठकर इसका समाधान निकालें। हमने दोनों ही पार्टियों के नेताओं को इसकी जानकारी दी थी। अभी तो मैं बाहर हूं। रायपुर आते ही उन सभी से मिलकर उनकी राय जरूर जानने की कोशिश करेंगे।

शराब के फायदे नुकसान का अध्ययन करने बनी कमेटी:
कांग्रेस पार्टी के जानकार सूत्रों ने बताया कि शराबबंदी से पहले उसके फायदे और नुकसान का अध्ययन करने के लिए सरकार ने तीन कमेटियां बनाने का फैसला लिया था। पहली कमेटी प्रशासनिक है, जो कि आबकारी सचिव की अध्यक्षता में बनाई गई। दूसरी राजनीतिक और तीसरी सामाजिक कमेटी। राजनीतिक कमेटी में अध्यक्ष के अलावा कई अन्य विधायक शामिल हैं।

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