रायपुर। बिलासपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र (civil line police station) से लापता हुए डॉ. प्रकाश सुल्तानिया (Dr Prakash  Sultaniya) की तलाश में पुलिस उनके एक दोस्त के घर जा पहुंची, जो मंगला में रहता है। पुलिस को वहां से डॉक्टर प्रकाश  सुल्तानिया (Dr Prakash  Sultaniya) का एक बैग मिला, जिसमें 7 लिफाफों में बंद 7 चिट्ठियां(7 letters sealed in 7 envelopes) मिली। पुलिस ने उन सातों चिट्ठियों को फौरन कब्जे में ले लिया। उसके बाद भी सस्पेंस कम नहीं हुआ, पुलिस अभी भी उनकी खोज में लगी हुई है। आज ये जानकारी पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल(Superintendent of Police Prashant Aggarwal) ने दी। उन्होंने बताया कि जिनके-जिनके नाम मिले हैं उनसे पूछताछ की जा रही है। असलियत ये है कि पुलिस के हाथ खाली के खाली हैं।
7 चिट्ठियों का सस्पेंस :
वो यहां बतौर एक डॉक्टर अपना करियर बनाने आया था। उसे कामयाबी भी मिली। उसने एमडी मेडिसिन किया, शादी भी कर ली। छोटे शहर से निकलकर बड़े शहर पहुंच गए। प्रैक्टिस शुरू कर दी। उनकी जिंदगी में सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन बुधवार को अचानक वो डॉक्टर कहीं गायब हो गया। पत्नी ने तलाश किया। अस्पताल में पूछताछ की लेकिन कुछ पता नहीं चला। अभी भी पूरे पुलिस प्रशासन को है उस लापता डॉक्टर की तलाश…..72 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है मगर अभी भी मामले में सस्पेंस कायम है। सिविल लाइन थाने के टीआई कलीम खान का कहना है कि तहकीकात जारी है। लोगों से पूछताछ में तमाम चीजें निकल कर सामने आई हैं। जब तक वो सामने नहीं आ जाते कुछ नहीं कहा जा सकता।
क्या है पूरा मामला:
दरअसल यह मामला जुड़ा है मूलत: पेंड्रा निवासी डॉक्टर प्रकाश सुल्तानिया (Dr Prakash  Sultaniya) से। वो एमडी मेडिसिन थे। बिलासपुर की शुभम विहार कॉलोनी में पत्नी के साथ रहते थे। शहर के मगरपारा रोड पर स्थित एक हॉस्पिटल में प्रैक्टिस करते थे। बुधवार सुबह हर रोज की तरह डॉक्टर प्रकाश अपने घर से अस्पताल जाने के लिए निकले और इसके बाद वो लापता हो गए।
जब देर रात तक वह घर नहीं लौटे पत्नी ने उनकी तलाश शुरू की। वह पति के लापता हो जाने की शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंची। पुलिस फौरन हरकत में आ गई। सबसे पहले उनके फोन की लोकेशन ट्रेस की गई तो उनकी आखिरी लोकेशन सुबह 11 बजे मसानगंज में दिखाई दी। लेकिन उनकी मोटरसाइकिल मिशन अस्पताल रोड पर मार्क अस्पताल के पास खड़ी मिली।

पुलिस ने जब जांच का दायरा आगे बढ़ाया तो वो उनके एक दोस्त के घर जा पहुंची, जो मंगला में रहता है। पुलिस को वहां से डॉक्टर प्रकाश (Dr Prakash  Sultaniya) का एक बैग मिला। जिसमें 7 लिफाफों में बंद 7 चिट्ठियां(7 letters sealed in 7 envelopes) मिली। पुलिस ने उन सातों चिट्ठियों को फौरन कब्जे में ले लिया। जब खोलकर देखा गया तो उनमें सुसाइड नोट था। उन्होंने पत्नी के नाम भी एक चिट्?ठी छोड़ी थी।

पुलिस सात चिट्ठियां देखकर हैरान थी। उन चिट्ठियों में एक दंपति, प्रॉपर्टी डीलर और एक राजस्व अधिकारी के नाम का जिक्र था। जिन पर डॉक्टर प्रकाश (Dr Prakash  Sultaniya) ने जमीन हड़पने और उनका मानसिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।
किसे लिखी थी डॉक्टर ने चिट्ठियां:
डॉक्टर प्रकाश ने उन चिट्ठियों में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, राजस्व मंत्री, डीजीपी, डीएम, आईजी, एसपी, सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सहित कई पुलिस प्रशासिनक अधिकारियों से इंसाफ की गुहार लगाई है। इन पर जमीन हड़पने व मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप है।

पुलिस ने जब डॉक्टर प्रकाश के दोस्त से पूछताछ की तो उसने बताया कि डॉक्टर प्रकाश उसके पास आए और बोले कि वह कोर्ट के काम से जा रहे हैं। अपना बैग यहीं छोड़कर गए थे। जानकारी के मुताबिक बुधवार को डॉक्टर प्रकाश की तहसील में पेशी होनी थी लेकिन वह वहां भी नहीं गए।
प्रारंभिक पड़ताल में क्या मिला:
पुलिस की पूछताछ में तहसील का नोटिस भी उनके बैग से बरामद किया गया है। उन्होंने एक चिठ्ठी में पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए लिखा कि उन्होंने राजेश अग्रवाल और संगीता अग्रवाल नामक दंपति से खमतराई मोड़ के पास सितंबर 2017 में 3669 वर्ग फीट जमीन खरीदी थी। लेकिन जब उन्होंने वहां निर्माण कार्य शुरू कराया तो जमीन के सौदे में शामिल एजेंट प्रमोद यादव और सस्पेंड आरआई मथुरा कश्यप ने मिलकर उन्हे रोक दिया। निर्माण कार्य नहीं करने दिया।
इनको ठहराया जिम्मेदार:
उन्होंने चिट्ठी में लिखा कि उनका बहुत मानसिक उत्पीड़न हो रहा है। नौकरी चली गई है। डिप्रेशन का शिकार हो गए। इसलिए वह आत्महत्या करने का मन बना रहे हैं। जिसके लिए राजेश अग्रवाल, संगीता अग्रवाल, प्रमोद यादव, मथुरा कश्यप और सदानंद पटेल जिम्मेदार होंगे। डॉक्टर प्रकाश ने अपनी पत्नी पायल से माफी मांगी है। जमीन खरीदने के लिए लोन लेने की बात का जिक्र किया है। आगे लिखा कि वो लोग बहुत ताकतवर हैं, जो उन्हें जमीन पर निर्माण नहीं करने दे रहे हैं। वह इसी वजह से काफी परेशान थे। अब पुलिस और परिवार वाले डॉक्टर प्रकाश को तलाश कर रहे हैं। अभी तक उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
पेंड्रा थाने पर लोगों ने दिया धरना:
पेंड्रा थाने पर भी कुछ लोगों ने धरना दिया। उसके बाद टीआई राम अवतार पटेल को ज्ञापन सौंपा। उसमें ये मांग की गई है कि अगर डॉ. सुलतानिया को जल्द बरामद नहीं किया गया तो वे लोग शनिवार को पेंड्रा बंद का आयोजन करेंगे। इसमें कुछ क्षेत्रीय राजनेता भी शामिल बताए जा रहे हैं। मामले की तहकीकात जारी है।

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