रायपुर। संस्कृत भारती संस्था (Sanskrit Bharati Association) की ओर से अद्भुत महिला सम्मेलन (Wonderful Women’s Conference) का आयोजन किया गया। इसमें संस्कृत भाषा (Sanskrit language) की अनेक शानदार प्रस्तुतियां देखने को मिलीं। कार्यक्रम में हिंदी भाषा की कवियत्री (Hindi language poetess) उर्मिला देवी उर्मि ने संस्कृत में स्वरचित देशभक्ति गीत (patriotic songs) सुनाकर लोगों का दिल जीत लिया। उनकी प्रस्तुति के बाद काफी देर तक हॉल में तालियां गूंजती रहीं। उर्मिला देवी उर्मि अपने हिंदी लेखन के लिए ही जानी जाती हैं। हिंदी कविताओं और गीतों के दम पर कई देशों की यात्रा भी कर चुकी हैं।
क्या-क्या हुआ कार्यक्रम में:
इस आयोजन की शुरुआत अंजलि कान्हे की सरस्वती वंदना(Saraswati Vandana) से हुई। श्रावणी ने नृत्य के माध्यम से गणेश की वंदना (Ganesh Vandana) प्रस्तुत की।
शिव पंचाक्षर स्त्रोत का सस्वर पाठ रैना साहू और उर्मिला देवी ने किया।
‘‘भारतीय संस्कृति की विशेषता’’ विषय पर इंदु पटेल एवं समूह द्वारा नाटकों के मंचन ने खूब वाह वाही लूटी । एक अन्य नाटक की प्रस्तुति ने मोबाइल फोन के विवेकपूर्ण प्रयोग को समझाया । बाल कवयित्री त्रिपु साहू ने ..गुरु ब्रह्मा गुरुर्विष्णु .. पर मनमोहक नृत्य से खूब तालियाँ बटोरी । कार्यक्रम का संचालन बहुरंग पटेल व भावना ने किया ।

संस्कृत को बढावा देने का प्रयास:
इस कार्यक्रम का उद्देश्य संस्कृत भाषा को बढावा देना था। इस तरह के आयोजन ये संस्था बराबर किया करती है। इसमें तमाम साहित्यकार, शिक्षक,छात्र-छात्राएं बढ़-चढ़कर हिस्सा ग्रहण करते हैं। इसमें समय-समय पर लोगों की ओर से नवाचार भी किया जाता रहता है। लोग अपनी प्राचीन वेद भाषा से जुड़ें। अपनी संस्कृति को समझें यही इस आयोजन का प्रयास है।
मुख्य अतिथि विद्यावती चंद्राकर ने संस्कृत साहित्य में निहित अथाह ग्यान भंडार से लाभ उठाने के लिये प्रेरित किया । मुख्य वक्ता डॉक्टर पूर्णिमा केलकर ने संस्कृत संभाषण की आवश्यकता पर बल दिया । कार्यक्रम की अध्क्षता कुमुद कान्हे ने की । इस अवसर पर संस्था के हेमंत पटेल ,नर्मदा प्रसाद ,विश्वकर्मा ,वैभव कान्हे ,लक्षमी नारायन पंडा तथा अन्य उपस्थित थे ।