नई दिल्ली। अमेरिका के उप विदेश मंत्री जॉन सुलिवान(US Deputy Foreign Minister John Sullivan) ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर (Foreign Minister S. Jaishankar)से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच क्षेत्रीय सुरक्षा, अफगानिस्तान में शांति को आगे बढ़ाने, भारत-अमेरिका व्यापार और निवेश संबंधों को विस्तार देने पर चर्चा हुई(Discussion on expanding Indo-US trade and investment relations)। शनिवार को ये जानकारी अमेरिका की विदेश विभाग की प्रवक्ता मॉर्गन आर्टागस (Spokesman Morgan Artagus) ने दी। उन्होंने बयान जारी कर बताया कि दोनों नेताओं के बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र (Indo-Pacific region) में एक दूसरे का पूरक बनने पर बात हुई।

संबंधों को नया आयाम देने में  मिलेगी मदद :

उनका मानना है कि समान विचारधारा वाले साथी होने के कारण संबंधों को नया आयाम देने में मदद मिलेगी। इस दरम्यान अफगानिस्तान में शांति को आगे बढ़ाने, भारत-अमेरिका व्यापार और निवेश संबंधों को विस्तार देने पर चर्चा हुई। उनके बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक दूसरे का पूरक बनने पर बात हुई। उनका मानना है कि समान विचारधारा वाले साथी होने के कारण संबंधों को नया आयाम देने में मदद मिलेगी।
अमेरिकी विदेश उप सचिव जॉन जे सुलिवन  17 अगस्त तक भारत और भूटान की यात्रा पर है । बता दें कि अमेरिकी विदेश उप सचिव जॉन सुलिवान के दौरे से पहले अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा था कि इस यात्रा का मकसद नई दिल्ली के साथ संबंधों को और प्रगाढ़ बनाना और विस्तार के लिए नए आयामों की तलाश करना है।
उन्होंने कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच लोकतांत्रिक मूल्यों, आर्थिक विकास के लिए साझा प्रतिबद्धता पर आधारित है।
अमेरिका ने पाकिस्तान को फिर दिया झटका:
अमेरिका ने एक बार फिर से पाकिस्तान को जोरदार झटका दिया है। अमेरिका के राष्टÑपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को दी जाने वाली सहायता को आधी कर दिया है। तो वहीं पाकिस्तान की माली हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद -370 हटाए जाने को लेकर भी पाकिस्तान को दुनिया में चीन को छोड़कर कोई सहयोग देने को तैयार नहीं है। आलम यह है कि अब तो पाकिस्तान की सरकार को लेकर वहां की अवाम ही ताने कसने लगी है।

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