दुर्ग। चार साल के मासूम मौलिक साहू अपहरण केस में पुलिस ने चार संदेहियों को हिरासत में लिया है। हैरत की बात यह है कि पकड़े गए संदेहियों में बच्चे के पिता का दोस्त भी शामिल है। मिली जानकारी के अनुसार बच्चे को अगवा (Kidnap) करने के बाद उसे सोमनी इलाके के कोपेडीह गांव के एक घर में रखा गया था। पुलिस के मुताबिक बच्चे के परिवार ने कुछ माह पहले करोड़ों रुपए की जमीन बेची थी। पुलिस को शक है आरोपी परिवार का कोई करीबी ही है जिसने फिरौती के चक्कर में बच्चे का अपहरण करवाया था। पुलिस (Durg Police) का दावा है वो इस मामले में जल्द खुलासा करेगी।
क्या है पुलिस की थ्योरी
पुलिस की थ्योरी के अनुसार बच्चे के अपहरण कांड (Kidnapping Case) की साजिश और किसी ने नहीं बल्कि बच्चे के पिता चंद्रशेखर साहू के जिगरी दोस्त और पड़ोस में रहने वाले राजा साहू उर्फ राजू साहू ने ही रची थी। राजू पेशे से ड्राइवर है, जो कि अक्सर बाहर आना जाना करता है। चंद्रशेखर साहू का पड़ोसी होने की वजह से आरोपी का उसके घर आना जाना लगा रहता था। आरोपी को चंद्रशेखर की पारिवारिक और आर्थिक पृष्ठभूमि की भंलीभांति जानकारी थी। कुछ माह पहले बच्चे के पिता ने जमीन बेची थी। जिसकी पूरी जानकारी थी उनके दोस्त को थी, पैसों की लालच में उसने बच्चे के अपहरण की योजना बनाई। पुलिस कोपेडीह के चंद्रेश की पत्नी से भी पूछताछ कर रही है। अपने घर वापस आने के बाद मौलिक ने एक आंटी के डांटने का जिक्र किया था।
ऐसे मिला सुराग
मौलिक की बुआ के पास आए एक अज्ञात युवती के आए कॉल ने पुलिस की परेशानी को हल कर दिया। हालांकि युवती ने मौलिक के संबंध में कोई बात नहीं की थी लेकिन उसने खुद को राजनांदगांव का रहने वाला बताया था। बातचीत के बाद से ही युवती का नंबर स्विच ऑफ आ रहा था। पुलिस के मुताबिक उन्होंने अपहरणकर्ताओं को राजनांदगांव की तरफ जाते हुए सीसीटीवी फुटेज (CCTV) में देखा था जिसके बाद पुलिस इसे मामले से जोड़कर देख रही थी। कॉल डिटेल (Call Detail) के बाद संभवतः मोबाइल का लोकेशन के आधार पर पुलिस ने सोमनी क्षेत्र के आसपास घेराबंदी कर दी थी। जिसके कारण अपहरणकर्ताओं को बच्चे को छोड़कर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही इस मामले में खुलासा कर दिया जाएगा।