रायपुर। मुंगेली के प्रभारी मंत्री टीएस सिंहदेव (Minister TS Singhdev in charge of Mungeli) ने 11 सितंबर को बिना हेलमेट (Without helmet) के दोपहिया वाहन पर सवार होकर हैलीपैड से कलेक्टोरेट (Helipad to Collectorate) गए थे। उनको बैठाकर चलाने वाले देवेंद्र वैष्णव ने यह जानकारी दी। वहीं उन्होंने ये भी दावा किया कि स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव (Health Minister Singhdev) को जैसे ही ये बात पता चली उन्होंने तत्काल क्षमा मांगने के साथ ही साथ जुर्माने की रकम न सिर्फ भेजवाई बल्कि उसको कार्यकर्ताओं के माध्यम से जमा भी करवाया। यही नहीं उनके साथ चल रहे 4 दोपहिया सवारों ने भी यातायात पुलिस के समक्ष उपस्थित होकर अपना चालान कटवाया (4 two-wheelers also appeared before the traffic police and got their challan) । यह देखकर थाने के आरक्षक और जवान हक्केबक्के रह गए। जब उनसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि 11 सितंबर को उनके वाहन पर 3 सवारी बैठी थी, बिला हेलमेट के। तो यातायात थाने में मौजूद हर आदमीं चौंक कर उनकी ओर देखने लगा।

क्या था पूरा मामला:

दरअसल हुआ ये था कि 11 सितंबर को मुंगेली के प्रभारी मंत्री टीएस सिंहदेव डीएमएफ फंड परिषद की बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने बिना किसी ताम­ााम के हैलीपैड से देवेंद्र वैष्णव के दोपहिया पर सवार हुए और कलेक्टोरेट की ओर रवाना हो गए। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के तकरीबन आधा दर्जन कार्यकर्ता बिना हेलमेट के बाइक पर तीन-तीन सवारियां बैठा कर जाते दिखे थे। बात मीडिया में पहुंची तो सवालों ने सिर उठाना शुरू कर दिया। ऐसे में बिना किसी बात का बतंगड़ बनाए मंत्री सिंहदेव ने क्षमा मांगी और जुर्माने की राशि जमा करवा दी। इसके अलावा कार्यकर्ताओं को भी निर्देशित किया कि वे भी अपने-अपने वाहनों का विधि सम्मत चालान कटवा कर उसकी राशि जमा करवाएं। कार्यकर्ताओं में से 4 दोपहिया वाहन चालकों ने अपना-अपना चालान खुद कटवाया और उसका जुर्माना भी भरा।

सादगी की मिसाल हैं सिंहदेव:

जुर्माना भरने का ये पहला मौका है मगर इससे पहले थी वे अपनी सादगी की तमाम मिसालें दे चुके हैं। यही कारण है कि राज्य में उनके चाहने वालों की एक बहुत लंबी तादाद है। वे जहां भी जाते हैं कार्यकर्ता उनके आगे-पीछे लगे रहते हैं। तो वहीं मंत्री सिंहदेव भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ बेहद आत्मीय व्यवहार करते हैं।

 

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