बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले की पुलिस (police) ने बच्चों से मोबाइल चोरी (Mobile theft) करवाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के शातिर शख्स बच्चों से लोगों के मोबाइल फोन पर ही हाथ साफ करवाते थे। इसके बाद चोरी किए गए मोबाइलों को नेपाल ले जाकर बेचा जाता था।

पुलिस (police) ने आरोपियों के पास से सात लाख रुपए कीमत के 37 मोबाइल बरामद किए हैं। इस मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें चार नाबालिग भी शामिल हैं।

ऐसा था चोरी का अंदाज

मामले का खुलासा करते हुए एडिशनल एसपी ओपी शर्मा (Additional SP OP Sharma) ने बताया कि गिरोह का सरगना झारखंड निवासी सूरज मंडल, दिलीप चौधरी और राजेश चौधरी मिलकर यह रैकेट चलाते थे। इस गिरोह के बच्चे मोबाइल चोरी करने के लिए सब्जी मार्केट, फल मार्केट, कपड़ा मार्केट सहित ऐसे क्षेत्रों को चुनते थे, जहां भीड़ ज्यादा हो।

मोबाइल पार करने के बाद कपडे बदलकर हो जाते फरार

बच्चे जैसे ही मोबाइल चोरी (Mobile theft) करते वैसे ही दूसरे साथी को फोन देकर कपड़े बदलकर रेलवे स्टेशन चले जाते थे। इसके बाद वापस अपने राज्य झारखंड चले जाते थे। यह गिरोह बिलासपुर, रायपुर, कोरबा एवं जांजगीर चांपा में कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है।

सीएसपी आरएन यादव (CSP RN Yadav) ने बताया कि रविवार की सुबह टीआई कलीम खान को सूचना मिली थी कि बृहस्पति बाजार में कुछ संदेही युवक घूम रहे हैं। युवकों को पुलिस टीम ने पकड़कर जब पूछताछ की तो इन्होंने वारदात करना स्वीकार कर लिया और बताया कि गिरोह के बाकी सदस्य रेलवे स्टेशन पर हैं। गिरोह का सरगना बच्चों को 100 मोबाइल चोरी करने का टारगेट भी देता था। बच्चों को इसके बदले 10 से 15 हजार रुपए दिए जाते थे। झारखंड लौटकर यह गिरोह नेपाल के लिए निकलता था।

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