रायपुर। अंतागढ़ टेपकांड (Antagarh Tape Case) के खुलासे को लेकर सुर्खियां बटोर रहे मंतूराम पवार (Manturam Pawar), अब खुद ही एक फर्जीवाड़े में फंस गए हैं। मंतूराम पवार ने जब पहली बार 1990 में चुनाव लड़ा था, तब उन्होंने शपथ पत्र में गलत जन्म तिथि दर्शाया था। जिसे लेकर भाजपा नेता पखांजूर थाने में एफआईआर (FIR) दर्ज करवाने पहुंचे।

बीजेपी (BJP) का आरोप है कि विधानसभा चुनाव में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर मंतूराम ने चुनाव लड़ा था। उन्होंने जन्म तिथि में हेरफेर करना अपराध की श्रेणी में आने की बात कहकर कार्रवाई करने की मांग की है। मंतूराम (Manturam Pawar) पर आरोप है कि 1990 में जब विधानसभा चुनाव फरवरी में सम्पन्न हुआ था मन्तूराम पवार की उम्र 25 वर्ष से कम थी। इससे यह स्पष्ट है कि मन्तूराम पवार द्वारा उस समय झूठा शपथपत्र अपनी उम्र के संबंध में प्रस्तुत किया गया था। भाजपा (BJP) के नेता का कहना है कि मन्तुराम पवार का यह कृत्य धोखाघड़ी की श्रेणी में आता है, जो कि दण्डनीय अपराध है।

बीजेपी नगरपंचायत अध्यक्ष असीम राय, भाजपा वरिष्ठ कार्यकर्ता प्रितपाल सिंह, उपाध्यक्ष नारायण साहा सहित बड़ी संख्या में बीजेपी नेता पखांजूर थाने में लिखित शिकायत की है। पुलिस का इस मामले में कहना है कि जांच के आधार पर पुलिस कार्रवाई करेगी।

यह है आरोप

वार्ड क्रमांक 13 नगर पंचायत पखांजूर के रहने वाले मन्तूराम पवार ने विधानसभा चुनाव 1990 में सीपीआई (एम) के प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया था। नामांकन दाखिल करते समय उन्होंने खुद की उम्र 25 वर्ष से अधिक बताते हुए शपथ पत्र भरा था। विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 25 वर्ष निर्धारित है। उसके पश्चात मन्तूराम पवार 1993 एवं 1998 का भी विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी की टिकिट से लड़े एवं वर्ष 1998 में चुनाव जीतकर विधायक बने। विधानसभा के सदस्यता परिचय पत्र में मन्तूराम पवार की अधिकारिक जन्म तिथि 16.03.1966 दर्ज है उसके पश्चात के चुनाव में भी मन्तूराम पवार द्वारा अपनी जन्म तिथि 16.03,1966 ही बताई है।

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