रायपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे (JCCJ) के संस्थापक पूर्व सीएम अजीत जोगी (Former CM Ajit Jogi) के नक्षत्र इन दिनों खराब चल रहे है। अजीत जोगी और उनकी पार्टी को मंगलवार को दो बड़े झटके लगे है। पहले बिलासपुर हाईकोर्ट (Bilaspur High Court) ने जाति मामले में उन्हें राहत देने से इंकार कर दिया। दूसरी बुरी खबर जेसीसीजे के लिए ये है कि पूर्व विधायक परेश बागबहरा ने भाजपा क दामन थाम लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (Former Chief Minister Raman Singh) ने परेश बागबहरा को भाजपा की सदस्यता दिलायी।

परेश बागबहरा खल्लारी विधानसभा से 2008 में चुनाव जीते चुके हैं, उन्होंने भाजपा के प्रीतम सिंह दीवान को 22505 वोटों के अंतर से हराया था। इससे पहले 2013 में वो चुनाव हार चुके थे। हार के बाद हाशिये पर गये परेश अजीत जोगी के करीबी माने जाते थे। जोगी कांग्रेस के गठन के वक्त कांग्रेस से बागी होकर वो अजीत जोगी के साथ चले गये।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (JCCJ) का दावा है कि 14 प्रतिशत मतों के साथ 5 सीट जीते है, लेकिन कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से जेसीसीजे संस्थापक अजीत जोगी और उनके बेटे के नक्षत्र खराब चल रहे है। अजीत जोगी की जाति मामले में उनकी सदस्यता खतरे में है। साथ ही जेल जाने की अटकलें लगती रहती है। वहीं उनके बेटे अमित जोगी फ़िलहाल जन्म स्थान की गलत जानकारी देने के मामले में दर्ज एफआईआर के चलते जेल में बंद हैं।

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