रायपुर। साल 2013 के बोधगया और पटना बम विस्फोट में शामिल सिमी आतंकी (Simi terrorist) केमिकल अली (Chemical Ali) को एनआईए (NIA) कोर्ट ने 24 अक्टूबर तक ज्यूडिशियल रिमांड में जेल भेज दिया है। बोधगया सीरियल ब्लास्ट मामले में फरार आरोपी अजहरुद्दीन को रायपुर पुलिस ने रिमांड खत्म होने के बाद एनआईए कोर्ट में पेश किया था।

पुलिस ने दो दिन तक कड़ी पूछताछ करने के बाद सोमवार को छत्तीसगढ़ पुलिस (Chhattisgarh Police) बिलासपुर एनआईए कोर्ट (Bilaspur NIA Court) में पेश किया था। सिविल लाइन सीएसपी त्रिलोक बंसल के नेतृत्व में जवानों का दल सिमी केमिकल अली उर्फ आतंकी अजरुदीन उर्फ अज़हर को बड़ी सुरक्षा के बीच लेकर पुलिस बिलासपुर रवाना हुआ था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी से पूछताछ के लिए पुलिस फिर से रिमांड मांगेगी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आतंकी केमिकल अली ने दो दिनों की पूछताछ में कई चौकाने वाले खुलासे पुलिस के सामने किए हैं।

फर्जी मेडिकल रिपोर्ट पर पासपोर्ट बनवाकर था फरार

मिली जानकारी के अनुसार केमिकल अली अजरुदीन ने बताया कि साल 2013 में सिमी के सरगना उमेर सिद्दीकी (Umer Siddiqui) की गिरफ्तारी के बाद वो डर गया था। इसके बाद फर्जी मेडिकल रिपोर्ट पर पासपोर्ट बनाकर वो फरार हो गया। इसमें उसे छत्तीसगढ़ के लोगों ने मदद की थी। इसके अलावा उसने और भी कई खुलासे किए हैं। पुलिस उसे एनआईए कोर्ट में पेश करने के बाद उसकी रिमांड बढ़ाने की मांग कर सकती है।

बता दें शनिवार को छत्तीसगढ़ पुलिस ने 6 साल से फरार रायपुर जिले (Raipur District) के निवासी प्रतिबंधित संगठन सिमी के एक संदिग्ध आतंकी को छत्तीसगढ़ एटीएस (Chhattisgarh ATS) ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया था। इस पर साल 2013 के बोधगया और पटना बम विस्फोट में शामिल होने का आरोप है। दरअसल, 27 अक्टूबर 2013 को नरेंद्र मोदी की पटना के गांधी मैदान में हुंकार रैली थी। मोदी की रैली से पहले ही पटना में कई जगह सीरियल बम धमाके हुए थे।

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