जगदलपुर। आबकारी मंत्री कवासी लखमा (Minister Kawasi Lakhma) ने एक बार फिर विवादित बयान देकर विपक्षियों को मौका और अपनी पार्टी को चौका दिया है। अक्सर अपने बयानों के चलते चर्चा में बने रहने वाले कवासी लखमा ने कहा कि बस्तर के आदिवासी शराब पीकर खुश रहते हैं, और सरकार ने शराबबंदी का वादा कर दिया था। वहीं आबकारी मंत्री ने कहा कि एक बार फिर भैंसे की बलि देने की प्रथा की शुरुआत करेंगे।

मंत्री के बयान पर मचेगा घमासान

छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार शराबबंदी के मुद्दे पर वैसे भी विपक्ष के निशाने पर हैं। ऐसे में मंत्री के इस बयान से विपक्ष को हथियार मिल गया है। बता दें कि लोगों के हंगामे और जगह-जगह हो रहे प्रदर्शन को देखते हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने सत्ता में आने पर शराबबंदी का वादा किया था। हालांकि सरकार के नौ माह बीतने के बावजूद अभी तक इस दिशा में कुछ खास कदम नहीं उठाए गए हैं।

बस्तर के आदिवासी पुलिस और नक्सलियों के बीच फंसे

इसके चलते सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर है। ऐसे में अब आबकारी मंत्री का बयान काफी चौंकाने वाला है। मीडिया से बात करते हुए आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि बस्तर के आदिवासी शराब पीकर खुश रहते हैं। आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने आगे कहा कि बस्तर के आदिवासी परेशान हैं। यहां के लोग पुलिस और नक्सलियों के बीच फंसे हुए हैं। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन भी दिया कि, वे अपने गृहग्राम नागारास में भैंस की बलि प्रथा को एक बार फिर से प्रारंभ करवाएंगे।

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